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कोरबा पाली 20अगस्त 2022(KRB24NEWS):

पाली में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया नेशनल लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों को राजीनामा के आधार पर निराकृत करने हेतु अपील किया गया था, जिसमें आपराधिक मामला 60, सिविल 2, धारा 138 का 5, समरी 42, धारा 258 द. प्र. स. के 27 मामला एवम् प्रिलितिगेशन के 185 कुल 321 प्रकरण निराकृत हेतु रखा गया था। जिसमें 107 मामलों पर राजीनामा किया गया।*आपराधिक प्रकरण में दो सगे भाइयों का प्रकरण राजीनामा के** *लिए रखा गया था जिसमें प्रार्थी रामकुमार कश्यप 75 साल और मुलजिम गौकरण कश्यप 70 साल दोनों ग्राम पोड़ी*पाली जिला कोरबा के है दोनों वृद्ध हो चुके है, सगे भाई है। लड़ाई झगड़ा का मामला होने से दोनों भाइयों में बातचीत भी बंद थी , न्यायाधीश/ अध्यक्ष महोदया द्वारा दोनों वृद्ध भाइयों को बिठाकर लोक अदालत के लाभ के बारे में समझाइश देते राजीनामा करने हेतु प्रेरित किया गया। न्यायाधीश के समझाने से दोनों भाइयों ने आपसी रंजिश को भूलकर न्यायालय में जी गले मिलकर अपने प्रकरण को निराकृत कराया, साथ ही दोनों वृद्ध भाई रामकुमार एवं गौकरण ने हंसी खुशी से आपसी मनमुटाव को भूलकर न्यायालय से वापिस अपने घर चले गए।इस प्रकरण को निराकरण कराने में अधिवक्ता योगेश जायसवाल एवं दिलीप जायसवाल अधिवक्ता का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।नेशनल लोक अदालत में व्यवहार न्यायालय पाली के मजिस्ट्रेट/खंडपीठ के अध्यक्ष स्वेता मिश्रा, सदस्य तीरथ लाल डिक्सेना अधिवक्ता, गोविन्द वैष्णव समाजसेवी का मुख्य भूमिका रहा। लोक अदालत के सफल आयोजन में अधिवक्ता संघ पाली के समस्त अधिवक्ताओं, न्यायालयीन कर्मचारीगण एवं विधिक सेवा के कर्मचारी का योगदान रहा।