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  • चारागाह सब्जी उत्पादन से भी जुड़ेंगे, गौठानों में गांव की महिलाओं को मिलेंगे रोजगार के अवसर
  • कलेक्टर श्रीमती साहू ने समय-सीमा की बैठक में विकास कार्यों को गति देने अधिकारियों को दिए निर्देश

कोरबा 22 जून ( KRB24NEWS ) : कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने के बाद जिले के विकास कार्यों को गति देने का काम कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने शुरू कर दिया है। कलेक्टर ने आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर शासकीय कामों को गति प्रदान करने और बंद पड़े हुए विकास कार्यों को फिर से शुरू करने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने आज आयोजित समय-सीमा की बैठक में अधिकारियों को विकास कार्यों को समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने कहा कि राज्य शासन की महत्वकांक्षी नरवा-गरवा-घुरूवा-बाड़ी योजनांतर्गत ग्रामीणों को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए गांव में विकसित किए गए गौठानों को मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप में कार्यशील किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के उद्देश्य से गौठानों में विभिन्न आजीविका संवर्धन के कार्यों में संलग्न किया जाएगा। कलेक्टर श्रीमती साहू ने जिले के सभी गौठानों को सक्रिय करने और गौठान की सभी गतिविधियों को संचालित करने जिले के सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देश दिए। कलेक्टर ने अपूर्ण या अधूरे गौठानों में फेंसिंग, बिजली-पानी, आजीविका कार्यों के लिए शेड निर्माण, पशुआंे के लिए चारे की व्यवस्था एवं गोबर खरीदी के लिए आवश्यक कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि गौठानों में चारागाह क्षेत्र को सब्जी उत्पादन के हिसाब से भी विकसित किया जाए। चारा के साथ-साथ सब्जी उत्पादन के कार्य में गांव की स्वसहायता समूह की महिलाओं और काम करने के इच्छुक लोगों को लगाया जाए जिससे उन्हें उनके गांव में ही रोजगार मिल सकेगा। बैठक के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री कुलदीप शर्मा, वनमण्डलाधिकरी कोरबा श्रीमती प्रियंका पाण्डेय सहित सभी जनपद पंचायत के सीईओ एवं कृषि, वन एवं उद्यानिकी विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

गौठानों में गोबर खरीदी और वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन को करें तेज: कलेक्टर श्रीमती साहू –

समय सीमा के बैठक के दौरान कलेक्टर श्रीमती साहू ने गोधन न्याय योजना अंतर्गत जिले में गोबर खरीदी की गति को बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले के डेयरियों एवं पशुपालक किसानों को चिन्हांकित कर गोबर खरीदी को बढ़ाया जाए। गौठानों में हुए गोबर खरीदी को वर्मी टांको में भरकर वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन भी बढ़ाया जाए। कलेक्टर ने महिला स्वसहायता समूह द्वारा तैयार किए गए वर्मी कम्पोस्ट को विक्रय करने के निर्देश भी कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर श्रीमती साहू ने गौठानों में निर्मित किए गए वर्मी कम्पोस्ट की मात्रा और स्टाॅक के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने तैयार वर्मी कम्पोस्ट को वन विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग सहित जरूरतमंद किसानों को बेचने के भी निर्देश दिए।

बारिश के मौसम के अनुरूप मनरेगा के रोजगारोन्मुखी कामों को कराया जाए –

कलेक्टर श्रीमती साहू ने बैठक के दौरान मनरेगा अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने बारिश के मौसम में किए जा सकने वाले काम जैसे- वृक्षारोपण, रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग एवं नाला पिचिंग जैसे कामों को जारी रखा जाए। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री ग्राम आवास योजना के अंतर्गत बनाए जा रहे मकानों में मनरेगा अंतर्गत जल संरक्षण सिस्टम लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी शासकीय भवनों, स्कूलों आदि में भी रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग के कामों को मनरेगा के माध्यम से करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में मनरेगा के माध्यम से किए जा सकने वाले ऐसे कामों से लोगों को रोजगार मिलेगा और बारिश के पानी का संरक्षण भी हो सकेगा। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत ग्रामीणों के आवास निर्माण के कार्यों को समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जनपद पंचायत के सीईओ को यह भी सुनिश्चित करने निर्देशित किया कि आवास मित्र एवं सचिव ग्रामीणों के आवास निर्माण में आवश्यक रूप से सहयोग प्रदान करें। कलेक्टर ने अधिकारियों को मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना को प्राथमिकता के साथ गांव-गांव में प्रचार-प्रसार करने और किसानों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।

मानिकपुर पोखरी को पर्यटन की दृष्टि से किया जाएगा विकसित –

कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने समय-सीमा की बैठक के दौरान नगर निगम कोरबा के अंतर्गत किए जा रहे विकास कार्यों की भी समीक्षा की। कलेक्टर श्रीमती साहू ने नगर निगम आयुक्त को मानिकपुर पोखरी को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने आवश्यक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। नगर निगम आयुक्त श्री कुलदीप शर्मा ने बताया कि एसईसीएल के बंद पड़े खदान मानिकपुर पोखरी में पर्यटन की दृष्टि से अधिक संभावनाएं हैं। पोखरी पर वाॅटर स्पोट्र्स, फूड जोन, ट्रैकिंग जोन, साइकल ट्रैक एवं पार्किंग जोन विकसित करके टूरिस्ट प्लेस के रूप में संचालित किया जा सकता है। इस दौरान कलेक्टर ने निगम अंतर्गत मोर जमीन मोर मकान, मोर मकान मोर चिन्हारी, शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, अमृत मिशन योजना, जल आवर्धन योजना एवं पौनी पसारी योजना की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने निगम अंतर्गत लंबित विकास कार्यों, लंबित टेंडर प्रक्रिया, चबुतरा एवं शेड निर्माण, स्कूलों की मरम्मत एवं उद्यानों को विकसित करने के लंबित कार्यों को समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए।

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