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नई दिल्ली 04 जून ( KRB24NEWS ) :-
कोरोना की दूसरी लहर ने भारत में जमकर तबाही मचाई. अब जाकर हालात कुछ हद तक सुधरने लगे हैं और एक्टिव केसों की संख्या तेज़ी से नीचे आ रही है. कुछ राज्यों में एक्टिव केस कम होने के बाद ढील दी जानी भी शुरू हो गई है. लेकिन कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है. एक्सपर्ट्स पहले ही तीसरी लहर की आशंका जता चुके हैं, वहीं मौजूदा आंकड़े भी बताते हैं कि भारत पर संकट अभी भी जारी है.
- हर रोज आने वाले केस की संख्या: भारत में एक वक्त में रोज 4 लाख केस आ रहे थे, जो अब गिरकर सवा लाख तक पहुंच गए हैं. लेकिन अभी भी दुनिया में ये सबसे ज्यादा हैं. सात दिन के एवरेज के हिसाब से ब्राजील में 64 हजार और अर्जेंटीना में करीब 33 हजार केस का एवरेज है, लेकिन भारत बहुत आगे है.
- एक्टिव केस के मामले में नंबर 2: दुनिया में अभी भी एक्टिव केस के मामले में भारत दूसरे नंबर पर है. अमेरिका में सबसे ज्यादा साढ़े 55 लाख एक्टिव केस हैं और उसके बाद भारत में 16 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं.
- सीरियस केस की संख्या: आंकड़ों के अनुसार, भारत में अभी 8900 से ज्यादा सीरियस मामले हैं, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है. भारत के बाद ब्राजील में 8300 के करीब सीरियस मामले हैं.
- हर दिन होने वाली मौतों की संख्या: दुनिया में एक दिन में सबसे अधिक मौतें अभी भारत में ही दर्ज की जा रही हैं. बीते दिन 2700 से ज्यादा की जान भारत में गई, जबकि ब्राजील में दो हजार की मौत हुई. उससे पहले भी भारत में ही अधिक मौतें हो रही थीं.
- 7 दिनों में सबसे ज्यादा मौतें: पिछले 7 दिनों में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें भारत में ही हुई हैं. भारत में करीब 21,898 मौतें दर्ज की गई हैं, जबकि भारत के बाद ब्राजील का नंबर आता है जहां 13,031 मौतें हुई हैं.
- कुल केसों के मामले में नंबर दो पर भारत: अगर कोरोना के कुल आंकड़ों की बात करें तो भारत दुनिया में दूसरा सबसे प्रभावित देश है. अमेरिका में 3.4 करोड़ कोरोना केस पाए गए हैं, जबकि भारत में 2.8 करोड़ कोविड केस पाए गए हैं.
- वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार: भारत में भले ही 22 करोड़ से अधिक वैक्सीन लग गई हो, लेकिन हमारी जनसंख्या के हिसाब से ये काफी कम है. भारत में अभी सिर्फ 13 फीसदी आबादी को एक टीका और करीब 4 फीसदी आबादी को दोनों टीके लग पाए हैं.
- कुल मौतों की संख्या में नंबर तीन: दुनिया में कोरोना के कारण जिन देशों में सबसे अधिक मौतें हुई हैं, उनमें नंबर तीन पर भारत है. अमेरिका में 6.11 लाख, ब्राजील में 4.67 लाख और भारत में 3.38 लाख मौतें दर्ज की गई हैं.
- अलग-अलग वैरिएंट की मार: भारत ऐसा देश है जहां पर कोरोना के अलग-अलग वैरिएंटट अपना असर दिखा रहे हैं. पहले कोविड के ओरिजनल वैरिएंट की मार थी, उसके बाद यूके, ब्राजील और अफ्रीका वैरिएंट ने भारत में अपना असर दिखाया. इसके बाद एक अलग वैरिएंट जनरेट हो गया, जिसे डेल्टा नाम दिया गया.
- विज्ञान पर भारी अंधविश्वास: कोरोना को मात देने के लिए वैक्सीन को सबसे प्रभावी हथियार बताया गया है. लेकिन भारत में वैक्सीन की किल्लत से अलग एक बड़ी समस्या वैक्सीन को लेकर अंधविश्वास की है, यहां बड़ी संख्या में ग्रामीण इलाके में रहने वाले लोग टीका लेने से बच रहे हैं. ऐसे में इतनी बड़ी मात्रा में लोगों को समझाना मुश्किल काम है और बिना वैक्सीन के कोरोना को रोकना और भी मुश्किल है.