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  • अन्तर्राष्ष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर खण्ड स्तरीय टीएलएम निर्माण प्रतियोगिता सम्पन्न-नुनेरा पाली

    अन्तर्राष्ष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर खण्ड स्तरीय टीएलएम निर्माण प्रतियोगिता सम्पन्न-नुनेरा पाली

    टीएलएम के बिना अधिगम अधूरा है।यह विषय की समझ को सार्थक करते हुए बच्चों की स्कूल आने की प्रवृत्ति में शत-प्रतिशत वृद्धि करता है,जिससे बच्चे खेल-खेल में विषय का ज्ञान कर लेते हैं।उक्त उद्बोधन अन्तर्राष्ष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते विकासखंड शिक्षा अधिकारी पाली श्री श्यामानंद साहू ने विकासखंड स्तरीय टीएलएम निर्माण प्रतियोगिता/प्रदर्शनी कार्यक्रम माध्यमिक शाला नुनेरा पाली,सभागार में दिए। इसी परिपेक्ष्य में आज विकासखंड स्तरीय टीएलएम निर्माण प्रतियोगिता प्रदर्शनी का आयोजन माध्यमिक शाला नुनेरा पाली के चार कमरों में 54 संकुलों से प्रत्येक माध्यमिक शाला से एक प्रतिभागियों ने भाग लेकर कार्यक्रम को यादगार बनाया।सभी काउंटर व्यवस्थित रूप से सजे थे। शिक्षक-शिक्षिकाओं में ऊर्जा स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था।आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के विशेष दिन होने के कारण भी नारी शक्तियों का वर्चस्व देखा गया।जोड़ घटाव,गुणा-भाग, प्रतिशत, दिनों के नाम,महीनों की संख्या,घड़ी में तीन कांटे का महत्व, पर्यावरण,संज्ञा-सर्वनाम, मृदा संरक्षण,यातायात के नियम हेलमेट का महत्व,ऑक्सीजन बचाने जैसे विधाओं को लेकर टीएलएम शिक्षक/ शिक्षिकाओं ने प्रस्तुत किया।निर्णायकों को प्रत्येक काउंटर का बारीकी से अध्ययन कर मशक्कत करनी पड़ी।प्रथम पुरस्कार माध्यमिक शाला बापापुती द्वितीय माध्यमिक शाला रजकम्मा,तृतीय पुरस्कार माध्यमिक शाला नानबांका संकुल बड़ेबांका ने प्राप्त किया।पुरस्कार के रूप में इन्हें आकर्षक मोमेंटो मंच से प्रदान किया गया।विशेष प्रेरणा स्त्रोत जे0एल0राज प्राचार्य सेजेस तिवरता को आकर्षक मोमेंटो से अलंकृत किया गया। इनके अलावा निर्णायकों सुषमा राउल,अलका सिंह सेजेस नुनेरा,मीरा कंवर सेजेस तीवरता को विशेष पुरष्कार,एवं सहयोग के लिए प्रधान पाठक नुनेरा शारदा घृतलहरे,व सीएसी अशोक भारद्वाज को भी मोमेंटो से नवाजा गया।तत्पश्चात बीआरसीसी रामगोपाल जायसवाल ने सभी शिक्षकों द्वारा अल्प समय में बहुत अच्छी शैक्षिक सामाग्री प्रस्तुति के लिए पीठ थपथपाते साधुवाद प्रदान किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में 54 संकुलों के सीएसी-शिक्षकों ने बखूबी भूमिका निभाई कार्यक्रम का संचालन सुनील जायसवाल ने किया।

  • नहीं थम रहा सड़क हादसों का सिलसिला : अलग-अलग दुर्घटनाओं में 2 लोगों की मौत, 18 हुए घायल

    नहीं थम रहा सड़क हादसों का सिलसिला : अलग-अलग दुर्घटनाओं में 2 लोगों की मौत, 18 हुए घायल

    रायपुर : छत्तीसगढ़ में रविवार को रफ्तार के कहर ने 2 लोगों की जिंदगी छीन ली. महासमुंद और दुर्ग जिले में ये सड़क हादसे हुए हैं. इन हादसों में कुल 18 लोगों घायल हुए हैं. कहीं खड़ी ट्रक में कार जा घुसी तो कहीं ट्रक और बस के बीच आमने-सामने की भिड़ंत हो गई. 

    खड़ी ट्रक से टकराई कार, 2 की मौत

    पहला हादसा छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला में हुआ है. जहां एक कार खड़ी ट्रक से टकरा गई. हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में चार लोग घायल हो गए. घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुमगांव में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. मामला पटेवा थानाक्षेत्र का है.

    जानकारी के अनुसार, परिवार के 6 लोग कार CG 06 HC 8200 में सवार होकर पटेवा से झलप जा रहे थे. इस दौरान एन एच 53 पर बावनकेरा के पास खड़ी ट्रक से कार की टक्कर हो गई. हादसे में 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं चार लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 1 की हालात गंभीर है. सभी पीढी के रहने वाले बताए जा रहे हैं.

    ट्रक और बस के बीच जबरदस्त भिड़ंत

    रायपुर से दुर्ग आ रही यात्री बस और ट्रक के बीच आमने-सामने की भिड़ंत हो गई. बायपास रोड दुर्ग पर होटल झरोखा के पास आज शाम यह हादसा हुआ. दुर्घटना में बस सवार 14 लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल दुर्ग में भर्ती कराया गया.

    जानकारी के मुताबिक, रायपुर से दुर्ग आ रही बस बायपास रोड पर होटल झरोखा के पास अत्यधिक ट्रैफिक होने के कारण बस और ट्रक में भिड़ंत हो गई. जिसके कारण बस में सवार करीब 14 लोग घायल हो गए. बस में करीब 35 लोग सवार थे. जिन्हें पुलिस ने तत्काल इलाज के लिए जिला अस्पताल दुर्ग में भर्ती कराया.

  • भूपेश बघेल की कार से ED अफसर ने जब्त किए दस्तावेज, कांग्रेस कार्यकर्ता कर रहे हंगामा

    भूपेश बघेल की कार से ED अफसर ने जब्त किए दस्तावेज, कांग्रेस कार्यकर्ता कर रहे हंगामा

    भिलाई : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और AICC महासचिव भूपेश बघेल के घर पर ईडी ने छापेमारी की है। उनके भिलाई-3 पदुमनगर स्थित घर पर आज (सोमवार) सुबह चार गाड़ियों में टीम पहुंची है। दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में जांच करने ईडी की टीम आई है।

    दरअसल, एक साल पहले महादेव सट्‌टा ऐप केस में EOW (आर्थिक अनुसंधान शाखा) ने ED की शिकायत पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 21 आरोपियों पर FIR दर्ज की थी। इसमें ऐप प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल समेत कई अज्ञात पुलिस अफसर और कारोबारियों के नाम भी शामिल हैं। वहीं, उस समय बघेल ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया था।

    ED करीब एक साल से महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। आरोप है कि इसमें छत्तीसगढ़ के उच्च पदस्थ राजनेताओं और नौकरशाहों के शामिल होने का पता चला है। ऐप के दो मुख्य प्रमोटर भी छत्तीसगढ़ से ही हैं। ED के अनुसार, इस मामले में करीब 6,000 करोड़ रुपए की आय आंकी गई है।

  • BREAKING NEWS : छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर ED का छापा, 14 लोकेशन पर चल रहा सर्च ऑपरेशन

    BREAKING NEWS : छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर ED का छापा, 14 लोकेशन पर चल रहा सर्च ऑपरेशन

    रायपुर : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ बेटे चैतन्य बघेल के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार सुबह रेड मारी है । केंद्रीय जांच एजेंसी ने राज्यभर में कुल 14 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें चैतन्य बघेल के ठिकाने भी शामिल हैं । यह कार्रवाई कथित आर्थिक अनियमितताओं और धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) से जुड़े मामलों को लेकर की जा रही है ।

    सुबह-सुबह हुई इस रेड के बाद रायपुर समेत पूरे राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है ।  बताया जा रहा है कि ईडी की कई टीमें एक साथ अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही हैं और इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों और डिजिटल डाटा की जांच की जा रही है ।

    कांग्रेस की प्रतिक्रिया

    कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा के इशारे पर ईडी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई निवास पर ईडी पहुंची है।

  • CG – सुकमा के जंगल से नक्सल सामग्री और प्रिंटर-इन्वर्टर मशीन बरामद

    CG – सुकमा के जंगल से नक्सल सामग्री और प्रिंटर-इन्वर्टर मशीन बरामद

    सुकमा : जिले में सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र गोमगुड़ा के जंगलों में नक्सलियों के ठिकाने पर दबिश देकर पुलिस ने उनके प्रिंटिंग प्रेस से जुड़ा सामान बरामद किया है।

    जानकारी के अनुसार, जिला पुलिस बल, कोबरा 203 बटालियन और सीआरपीएफ 241 बटालियन की संयुक्त टीम को जलेरगुड़ा जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके आधार पर टीम सर्च ऑपरेशन के लिए रवाना हुई। ऑपरेशन के दौरान जवानों ने नक्सलियों के प्रिंटर, इन्वर्टर मशीन और अन्य सामग्री बरामद की।

    नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए ठिकाने के आसपास कई जगह स्पाइक ट्रैप बिछाए थे। हालांकि, सुरक्षाबलों की सतर्कता के चलते किसी प्रकार की हानि नहीं हुई। सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई से नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है। इलाके में अभी भी सर्चिंग अभियान जारी है, ताकि किसी और ठिकाने का पता लगाया जा सके।

  • चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम ने रचा इतिहास, ऐसा करिश्मा करने वाली बनी पहली टीम

    चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम ने रचा इतिहास, ऐसा करिश्मा करने वाली बनी पहली टीम

    चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबला खेला जा रहा है। इस मैच में न्यूजीलैंड के कप्तान मिचेल सेंटनर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। इस मैच के लिए कप्तान रोहित शर्मा ने प्लेइंग इलेवन में कोई भी बदलाव नहीं किया है। उन्हीं प्लेयर्स को शामिल किया गया है, सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले थे। मौजूदा टूर्नामेंट में टीम इंडिया अभी तक अजेय है और उसने एक भी मैच नहीं हारा है। अब न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में टॉस होते ही भारतीय टीम ने एक खास रिकॉर्ड बना दिया है।

    भारत का लगातार तीसरा चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल

    भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में अपना लगातार तीसरा फाइनल मुकाबला खेल रही है। इससे पहले भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2013 और 2017 का फाइनल मुकाबला भी खेला था। टीम इंडिया से पहले चैंपियंस ट्रॉफी में कोई भी टीम लगातार तीन फाइनल मुकाबले नहीं खेल पाई थी। अब भारत ने इतिहास रच दिया है। भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2013 का फाइनल महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में, चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का फाइनल विराट कोहली की कप्तानी में खेला था। अब रोहित शर्मा की कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का मुकाबला हो रहा है। 

    चैंपियंस ट्रॉफी में लगातार सबसे ज्यादा फाइनल मुकाबले खेलने वाली टीमें: 

    • भारत- तीन फाइनल (2013, 2017, 2025) 
    • वेस्टइंडीज- दो फाइनल (2004, 2006)
    • ऑस्ट्रेलिया- दो फाइनल (2006, 2009)
    • भारत- दो फाइनल (2000, 2002)

    सौरव गांगुली का शतक गया था बेकार

    भारत और न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी फाइनल मैच हुआ था। तब भारत के लिए सौरव गांगुली ने 117 रनों की पारी खेली और भारतीय टीम ने 264 रन बनाए थे। ऐसे में टीम इंडिया की जीत पक्की लग रही थी, लेकिन फिर न्यूजीलैंड के लिए क्रिस केन्स सबसे बड़े हीरो बन गए और उन्होंने 102 रनों की पारी खेलकर टीम को जीत दिला दी। उनकी वजह से ही कीवी टीम ने 4 विकेट से मैच जीतकर चैंपियंस ट्रॉफी 2000 का खिताब जीता था। 

    भारत ने दो बार जीता चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब 

    टीम इंडिया ने अभी तक दो बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता है। एक बार सौरव गांगुली की कप्तानी में साल 2002 में। तब बारिश की वजह से फाइनल मुकाबला नहीं हो पाया था। इसी वजह से भारत और श्रीलंका को संयुक्त विजेता घोषित किया गया था। इसके बाद भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2013 का खिताब महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी में जीता था। तब टीम इंडिया ने इंग्लैंड को पांच रन से हराया था। 

  • छत्तीसगढ़ :पूर्व विधायक के हाथ और सीने में आई चोट, हादसे में घायल

    छत्तीसगढ़ :पूर्व विधायक के हाथ और सीने में आई चोट, हादसे में घायल

    सूरजपुर : सूरजपुर में पूर्व विधायक पारसनाथ राजवाड़े की कार दुर्घटना का शिकार हो गई. हादसे में उनके हाथ और सीने में चोट आई है. अंबिकापुर में इलाज के लिए उन्हें पहुंचाया गया है.

    जानकारी के मुताबिक, भटगांव विधानसभा के पूर्व कांग्रेस विधायक और संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े नगर पालिका अध्यक्ष के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने जा रहे थे.

    वे अकेल ही एसयूवी ड्राइव करते हुए सूरजपुर जा रहे थे. इसी दौरान उनकी कार अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में उतर गई. घटना के बाद आनन-फानन में उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है. फिलहाल स्थिति खतरे से बहार बताई जा रही है. जानकारी मिलने पर समर्थक उनसे मिलने के लिए पहुंचे हैं.

  • CG NEWS : रात में पुलिस कार्रवाई से आक्रोशित आदिवासी ग्रामीण पहुंचे थाने

    CG NEWS : रात में पुलिस कार्रवाई से आक्रोशित आदिवासी ग्रामीण पहुंचे थाने

    कांकेर : जिले के भैंसगांव, कानागांव और मुरागांव के सैकड़ों ग्रामीण सोमवार को कोतवाली थाने पहुंचे। उनका आरोप था कि पुलिस ने देर रात गांव से 5-6 लोगों को जबरन उठा लिया, जबकि वे निर्दोष किसान हैं और किसी भी नक्सली गतिविधि में शामिल नहीं हैं।

    ग्रामीणों का कहना है कि पकड़े गए सभी लोग खेती-किसानी करते हैं और पुलिस द्वारा बिना किसी ठोस सबूत के उन्हें ले जाया गया है। इस कार्रवाई से गुस्साए ग्रामीण बड़ी संख्या में थाने पहुंचे और पुलिस से जवाब मांगने लगे।

    वहीं, पुलिस ने ग्रामीणों को समझाइश देते हुए बताया कि संदिग्ध गतिविधियों की सूचना के आधार पर ही लोगों को पकड़ा गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

    ग्रामीणों को आश्वासन दिए जाने के बाद वे वापस लौट गए, लेकिन इस घटना से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है।

  • CG – चारा के अभाव में 19 गायों की मौत, गौशाला के संचालक को मिली फटकार

    CG – चारा के अभाव में 19 गायों की मौत, गौशाला के संचालक को मिली फटकार

    गरियाबंद : कोपरा गौशाला में 19 गायों की मौत हो गई. मृत गायों को पैरी नदी के किनारे एक-एक करके फेंका जा रहा था. बदबू फैलने के बाद प्रशासन तक इसकी शिकायत पहुंची. राजिम एसडीएम विशाल महाराणा टीम के साथ जांच करने पहुंचे. टीम ने पाया कि मौजूद 150 गायें भी चारे के अभाव में भूखी हैं.

    अफसरों ने संचालक मनोज साहू को फटकार लगाया है, साथ ही गौशाला के निरीक्षण के जिम्मेदार पशु चिकित्सक को नोटिस थमाया जा रहा है. जांच में यह भी पाया गया कि चरवाहे और केयरटेकर को दो माह से वेतन नहीं दिया गया है, जिसके चलते गौवंश की देखभाल नहीं हुई. मामले के बाद अब जिला प्रशासन ने गौशाला संचालन की जवाबदारी दूसरी संस्था को देने की तैयारी कर ली है. वीएचपी का आरोप है कि गायों की मौत उन्हें चारा न मिलने से हुई है.

    मोहित साहू जिला संयोजक बजरंग दल, डिगेश्वर वर्मा विभाग मंत्री विहिप ने कहा कि गौशाल में पर्याप्त चारे की व्यवस्था नहीं थी. एक माह के भीतर 45 से ज्यादा गौवंश की मृत्यु हुई है. लापरवाही ऐसी की मृत के बाद विधिवत अंतिम संस्कार भी नहीं किया गया. लापरवाह संचालक व अन्य जिम्मेदारों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की कार्रवाई की जाए. गौशाला संचालक के लिए नगर पंचायत के सुपुर्द किया जाए.

  • कोरबा : ‘कलयुग का कल्कि’ गिरफ्तार… बुजुर्ग की हत्या के बाद दी थी 5 और लोगों को मारने की धमकी

    कोरबा : ‘कलयुग का कल्कि’ गिरफ्तार… बुजुर्ग की हत्या के बाद दी थी 5 और लोगों को मारने की धमकी

    कोरबा : दिनांक 23-24 फरवरी की दरमियानी रात को ग्राम पकरिया नवापारा मे रामसिंह कंवर उम्र 60 वर्ष की किसी अज्ञात ने धारदार हथियार से सिर पर जानलेवा हमला कर घायल कर दिया जिसकी अगले दिन अस्पताल मे मृत्यु हो गई थी। हमले की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत घटना स्थल पहुंच कर क्राइम सीन को सुरक्षित कर FSL टीम को बुलाकर घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। साथ ही घटना स्थल के आस पास ही 3 अलग- अलग जगहों पर “राम सिंह के बेटे जगदीश का नाम, कलयुग के कल्कि, झूठ बोलना पाप है” आदि लिखा हुआ दिखाई दिया। फिर दो दिन बाद 26 फरवरी को सुबह घटना स्थल के सामने के घर की दीवार पर अगला टारगेट “मोनू, कलयुग के कल्कि, शराब बंद, पकरिया में 5 हत्या और होने वाली है, पुलिस को आरोपी की खोजबीन से दूर रहने” की धमकी लिखी हुई दिखाई दी। इसके बाद आस पास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई और पूरे गांव में दहशत का माहौल हो गया।

    इस पर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक भूषण एक्का, साइबर प्रभारी रविन्द्र कुमार मीना एवं थाना प्रभारी युवराज तिवारी के नेतृत्व मे पुलिस ने पकरिया नवापारा गांव मे 24×7 लगातार कैंप किया। चूंकि दीवार पर मृतक के बेटे जगदीश का नाम लिखा था। तो पुलिस ने जगदीश को केंद्र मे रखकर प्रत्येक एंगल पर काम करना शुरू किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय ने साइबर प्रभारी रविन्द्र कुमार मीना एवं नगर पुलिस अधीक्षक भूषण एक्का के नेतृत्व मे 26 सदस्यीय टीम गठित कर हर दृष्टि से विवेचना प्रारम्भ कराई । जिसमे एक टीम जमीन संबधी विवाद पर, एक टीम अवैध संबंधो पर, एक टीम चुनावी रंजिश पर, एक टीम कलयुग के कल्कि, तथा एक टीम 4 मार्च को सुबह पुलिस को गांव स्थित शमशान घाट में एक तलवारनुमा हथियार के साथ एक पत्र मिला, जिस पर काम कर रही थी।

    मामले की बढ़ती गंभीरता को देखते हुए विवेचना को बारीकी से मॉनीटर करने के लिए स्वयं पुलिस अधीक्षक ने उरगा थाना मे कैंप किया।

    इस प्रकार हर दृष्टि से विवेचना करने पर पता चला कि मृतक के पुत्र जगदीश का गांव की ही एक महिला से अवैध सम्बन्ध था इसी ही महिला का आरोपी के साथ भी अवैध सम्बन्ध था। इस बात का पता जब आरोपी को चला तो उसने जगदीश को मारने की योजना बनाई। इसके लिए लगभग दो माह पूर्व उसने लोहे का एक धारदार तलवारनुमा हथियार बनाया। जिस हथियार को लेकर वह घटना दिनांक को जगदीश को मारने के उद्देश्य से मृतक के घर आया। लेकिन जगदीश के नहीं मिलने पर उसने मंच पर सोए उसके पिता पर उस धारदार हथियार से सिर पर हमला किया। और दीवार पर जगदीश के लिए चेतावनी लिखी। फिर उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए कलयुग के कल्कि जैसी कहानी बनाई। फिर अखबार एवं अन्य समाचार माध्यम से पढ़ा कि रामसिंह की अस्पताल में मृत्यु हो गई है तो उसने पुलिस को और गुमराह करने के लिए एक दिन बाद मोनू की दीवार पर लिखा जिसमे मोनू को अपना अगला टारगेट बताया। शराब बंदी के बारे में लिखा, पकरिया मे 5 मौत और होने वाली है लिखकर पुलिस को गुमराह किया। पुनः जब उसको अखबार एवं अन्य समाचार माध्यम से ये पता चला कि पुलिस जगदीश से गहन पूछताछ कर रही है तो उसने फिर पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से 4 मार्च को रात में शमशान घाट मे तलवारनुमा हथियार के साथ एक लेटर छोड़ा ।

    इस प्रकार आरोपी विकास यादव ने मूल रूप से जगदीश कंवर की हत्या की योजना बनाई थी, लेकिन जगदीश के नही मिलने पर उसके पिता रामसिंह कंवर पर हमला कर दिया, जिससे उसकी अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। घटना के बाद, आरोपी ने गाँव में “कल्कि अवतार” के नाम से दीवारों पर भ्रामक संदेश लिखकर दहशत फैलाने की कोशिश की, ताकि पुलिस गुमराह हो जाए और मामला रहस्यमयी बन सके।

    अपराध क्रमांक और संबंधित धाराएँ
    इस मामले में उरगा थाना में अपराध क्रमांक 59/2025, धारा 103 (1) , 109 BNS के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। आरोपी विकास यादव साकिन ग्राम सिवनी चांपा को विधिवत् रूप से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है।

    महत्वपूर्ण भूमिका
    इस जघन्य अपराध की विवेचना पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी (भा.पु.से.) के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीतीश ठाकुर के मार्गदर्शन तथा क्राइम एवं यातायात प्रभारी रविन्द्र कुमार मीना (भा.पु.से.) एवं नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा भूषण एक्का के नेतृत्व में गठित विशेष टीमों द्वारा की गई।

    इस महत्वपूर्ण जाँच में निरीक्षक युवराज तिवारी (थाना प्रभारी उरगा), उप निरीक्षक प्रेम चंद साहू (थाना दीपका), उप निरीक्षक अजय सोनवानी (साइबर सेल), सउनि संतराम सिन्हा, सउनि परमेश्वर गुप्ता, सउनि अमर जायसवाल (पुलिस केंद्र मानिकपुर), सउनि राम पाण्डेय (थाना कटघोरा), सउनि दुर्गेश राठौर (थाना सिविल लाइन रामपुर), सउनि चक्रधर राठौर (थाना कोतवाली), सउनि अनिल खाण्डे (थाना बाकीमोंगरा), प्रधान आरक्षक गुना राम (साइबर सेल), प्रधान आरक्षक सचिन नवनीत (थाना उरगा), प्रधान आरक्षक राजेश कंवर (रक्षित केंद्र कोरबा), प्रधान आरक्षक लखन कुर्रे, प्रधान आरक्षक बसंत भैना, महिला प्रधान आरक्षक गीता तिर्की (थाना उरगा), प्रधान आरक्षक किशोर तिग्गा (थाना उरगा), आरक्षक आलोक टोप्पो (साइबर सेल), आरक्षक कौशल महिलांगे (थाना कोतवाली), आरक्षक चंद्रकांत गुप्ता (थाना कोतवाली), आरक्षक राम पाटले (थाना यातायात), आरक्षक प्रदीप राठौर (पुलिस केंद्र मानिकपुर), आरक्षक संजय रात्रे (पुलिस केंद्र मानिकपुर), आरक्षक अशोक चैहान (थाना दर्री), आरक्षक रितेश शर्मा (रक्षित केंद्र कोरबा), आरक्षक झंगल मंझवार (थाना उरगा), आरक्षक समार सिंह (थाना उरगा), आरक्षक विकास कौशले (थाना करतला), महिला आरक्षक सुर्या खुटे (थाना उरगा), महिला आरक्षक अनुराधा कंवर (थाना उरगा), आरक्षक सुनील गुप्ता (डॉग स्कॉड),आरक्षक उमेश मैशमा, आरक्षक समार साय पैकरा, आरक्षक रामकुमार पैकरा, आरक्षक नितेश तिवारी, आरक्षक प्रेमचंद साहू, आरक्षक नरेश तंदेल, आरक्षक महासिंह सिदार, आरक्षक वीरेंद्र अनंत, आरक्षक अजय यादव, आरक्षक पुष्पेंद्र खूंटे, आरक्षक रामेन्द्र बर्मन, आरक्षक यादराम बघेल, आरक्षक श्यामजी एक्का, आरक्षक ओम प्रकाश निराला, आरक्षक डेमन ओंग्रे, विरके’वर प्रताप सिंह, सुशील, प्रशांत, रवि चैबे, रेणु टोप्पो (साइबर सेल) ने सराहनीय योगदान दिया। आर0 नीरज डेनियल, देवराज कैवर्त, दिनेश कुमार मरावी, चंद्रसेन खूटें, रामचंद राजपूत ,वं एफएसएल टीम डाॅ- सत्यजीत सिंह कोसरिया, डाॅ- राजश्री सिंह, प्र-आर- हेमन्त चैहान।