ByKRB24NEWS

Jun 25, 2025
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तेहरान: इजरायल और ईरान के बीच 12 दिनों तक चले युद्ध के बाद अब सीजफायर लागू हो गया है। इस बीच ईरान ने उन लोगों की तलाश  कर उन्हें सजा देने का काम शुरू कर दिया है इजरायल के लिए जासूसी का काम करते थे। इस कड़ी में ईरान ने आज सुबह जासूसी के आरोप में तीन लोगों को फांसी की सजा दे दी जबकि कुल 700 लोगों को गिरफ्तार किया है।

उर्मिया जेल में दी गई फांसी

ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी ‘इरना’ के मुताबिक बुधवार को ईरान के पश्चिम अजरबैजान प्रांत की उर्मिया जेल में फांसी दी गई पश्चिम अजरबैजान देश का सबसे उत्तर पश्चिमी प्रांत है।  ‘इरना’ ने खबर में ईरान की न्यायपालिका का हवाला देते हुए कहा कि इन लोगों पर देश में हथियार लाने का आरोप था। ईरान ने इजराइल के साथ अपने युद्ध के दौरान कई लोगों को फांसी की सजा दी है।

अब तक 6 लोगों को दी गई फांसी

मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने आशंका जताई है कि संघर्ष समाप्त होने के बाद कई और लोगों को फांसी पर लटकाया जा सकता है। फांसी पर लटकाए गए तीनों लोगों की पहचान ईरान ने आजाद शोजाई, इद्रिस आली और इराकी नागरिक रसूल अहमद रसूल के रूप में की है। बुधवार को दी गई फांसी के साथ ही 16 जून से युद्ध के दौरान जासूसी के आरोप में फांसी की सजा पाने वालों की कुल संख्या छह हो गई है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल पर इजराइल के साथ संघर्ष विराम लागू होने के बाद ईरान के लोग अब धीरे धीरे सामान्य जीवन में लौटने की कोशिश कर रहे हैं। 

ईरान के 14 न्यूक्लियर साइंंटिस्ट की मौत

बता दें कि इजरायल के हमलों में ईरान के 14 वैज्ञानिकों की मौत हो गई है। ये सभी ईरान के वे न्यूक्लियर साइंटिस्ट थे जिनकी निगरानी में ईरान का परमाणु कार्यक्रम आगे बढ़ा रहा था। इसके साथ ही ईरान के कई आर्मी कमांडर्स को भी इजरायल ने अपने सटीक हमलों में ढेर कर दिया। इससे यह साफ हो गया कि ईरान के अंदर इजरायल का खुफिया तंत्र बेहद मजबूत है। इसके बाद ईरान ने निगरानी तेज करते हुए उन लोगों की धरपकड़ शुरू कर दी जिन लोगों पर जासूसी का शक है।