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वॉशिंगटन: अमेरिका ने आखिरकार वह कर ही दिया जिसका आशंका पिछले कई दिनों से जताई जा रही थी. फोर्डो, नतांज और इस्फहान में अमेरिका ने ईरान की न्‍यूक्लियर फैसिलिटीज को निशाना बनाया. बताया जा रहा है कि इस हमले के लिए अमेरिका ने बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स और नेवी की पनडुब्बियों तक का प्रयोग किया है. ये बॉम्‍बर्स जहां हाईटेक बंकर-बस्टर बम से लैस थे तो पनडुब्बियों को टॉमहैक मिसाइलों से लैस किया गया था.

‘फोर्डो खत्‍म हो गया है’ 

फॉक्स न्यूज के अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जर्नलिस्‍ट सीन हैनिटी को बताया कि अमेरिका ने रविवार (21 जून) की सुबह फोर्डो में ईरान के परमाणु अड्डों का खत्‍म करने के लिए छह ‘बंकर बस्टर’ बमों का प्रयोग किया. इसके अलावा, ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने नतांज और इस्फहान पर हमला करने के लिए अमेरिकी पनडुब्बियों से लॉन्च की गई 30 टॉमहॉक मिसाइलों का इस्तेमाल किया. हमले का मकसद ईरान की परमाणु क्षमताओं को कमजोर करना है.  GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर और टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया. सीन हैनिटी की मानें तो ट्रंप के अधिकारियों की तरफ से उन्‍हें बताया गया कि फोर्डो खत्‍म हो गया है.

हमले का पल-पल हिसाब  

अमेरिका ने इस पूरे हमले को 180 सेकंड में अंजाम दिया है.

  • सबसे पहले B-2 ने QOM क्षेत्र के पास 40,000 फीट की ऊंचाई से GBU-57 बम को ड्रॉप किया.
  • अगले 10 सेकेंड में बम ने GPS और गाइडेंस के साथ बम को तेजी से गिराना शुरू किया
  • 25 सेकेंड बाद सुपरसोनिक स्‍पीड से ईरान का आसमान गूंजने लगा
  • 40वें सेकेंड में बम से फोर्डो साइट के ऊपर पहाड़ी पर हमला
  • 41वें सेकेंड मेंसैकड़ों फीट ऊंची चट्टान में दाखिल
  • 44वें सेकेंड में फोर्डो के अंडरग्राउंड कंपाउंड के अंदर वॉरहेड एक्‍सप्‍लोड हुआ
  • 60वें सेकेंड में बड़े शॉकवेव से एनरिचमेंट चैंबर और शाफ्ट ढह गए
  • 90वें सेकेंड में भूकंपीय सेंसर ने पूरे क्षेत्र में विस्फोट का पता लगाया
  • 120वें सेकेंड में सैटेलाइट और ड्रोन फीड ने स्‍ट्रक्‍चरल डैमेज की पुष्टि की
  • 180वें सेकेंड में B-2 रडार को आईडेंटीफाई करके वापस लौटा

कौन-कौन से हथियार हुए प्रयोग 

  • अमेरिका ने हमले में 6 हथियारों का प्रयोग किया
  • 6 x B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर्स
  • वर्जीनिया/एलए-क्लास एन-पनडुब्बियां
  • 12 x GBU-57 बंकर बस्टर्स
  • 30 x टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें
  • एयर सुपिरियॉरिटी के लिए  F-22 रैप्टर्स
  • एयर सपोर्ट के लिए F-35 लाइटनिंग IIs