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दिल्ली/रायपुर : TV न्यूज़ चैनल को भारत सरकार ने नसीहत दी है, अपने कार्यक्रमों में एयर डिफ़ेंस सायरन बजाना बंद करने कहा है.

क्या करें जब युद्ध सायरन बज उठेगा?

युद्ध के दौरान तेज आवाज वाला सायरन बजाया जाता है. इसका मकसद लोगों को युद्ध से होने वाले नुकसान से अलर्ट करना है. उन्हें सुरक्षित रखना है. हवाई हमले की चेतावनी देना. ब्लैकआउट एक्सरसाइज करना. युद्ध सायरन आम हॉर्न या एंबुलेंस की आवाज से अलग होता है. यह 120 से 140 डेसिबल की तेज आवाज से बजता है. इसकी आवाज इतनी तेज होती है कि इसे 5 किलोमीटर तक सुना जा सकता है.

जब सायरन बजे तो क्या करें?

जब युद्ध सायरन की आवाज आए तो सबसे पहले घबराएं नहीं, शांत मन से स्थिति का आकलन करें.

तुरंत सुरक्षित स्थान पर चले जाएं. बेसमेंट या मजबूत इमारत में जाएं. अगर आश्रय उपलब्ध न हो, तो घर के बीच वाले हिस्से में, खिड़कियों से दूर रहें.

जब युद्ध सायरन की आवाज आए तो सबसे पहले घबराएं नहीं, शांत मन से स्थिति का आकलन करें.

तुरंत सुरक्षित स्थान पर चले जाएं. बेसमेंट या मजबूत इमारत में जाएं. अगर आश्रय उपलब्ध न हो, तो घर के बीच वाले हिस्से में, खिड़कियों से दूर रहें.

मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे छिपें. सिर और गर्दन को हाथों या किसी वस्तु से ढकें.

स्थानीय प्रशासन या आपातकालीन सेवाओं के लिए रेडियो, टीवी या मोबाइल अलर्ट सुनें.

सायरन बंद होने और प्रशासन की अनुमति मिलने तक सुरक्षित स्थान पर रहें.

प्राथमिक उपचार की व्यवस्था अपने पास रखें. जैसे पानी, भोजन, फर्स्ट एड किट, टॉर्च और जरूरी दवाएं पास रखें.

अपने परिवार वालों के संपर्क में रहें.

खिड़कियां और दरवाजे बंद करें.