Share this News
उत्तराखंड में फिर एक बार दर्दनाक हादसा हुआ है। ठंड से बचने के लिए जलाई गई अंगीठी के धुंए से दर्दनाक मौत हो गई। बताया कि दंपति शादी में शामिल होने गांव आए थे। घनसाली थाने के एसओ संजीव थपलियाल ने बताया गया पुलिस को घटना की सूचना नहीं दी गई। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए अंतिम संस्कार कर दिया।
द्वारी गांव की निवर्तमान प्रधान रिंकी देवी ने शुक्रवार को बताया कि उनके गांव में रहने वाले 52 वर्षीय मदन मोहन सेमवाल घनसाली के राजकीय इंटर कॉलेज,सरस्वती सैंण में क्लर्क थे। वह अपनी 48 वर्षीय पत्नी जशोदा देवी के साथ चाचा के लड़के की शादी के लिए सरस्वती सैंण से द्वारी गांव आए थे।
मदन मोहन गुरुवार रात अपनी पत्नी के साथ सोने गए तो साथ में अंगीठी भी कमरे में ले गए थे। सुबह उनका कमरा खोला तो दोनों मृत पाए गए। बताया जा रहा है कि अंगीठी की जहरीली गैस से उनका दम घुट गया। शुक्रवार को दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।