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कोरबा : छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू विस्थापित रोजगार एकता संघ ने एसईसीएल के कुसमुंडा, गेवरा, और दीपका क्षेत्र के प्रभावित गांवों के भू विस्थापितों की मांगों को लेकर 1 जनवरी को कुसमुंडा खदान बंद हड़ताल करने की घोषणा की थी। लेकिन सीएमडी द्वारा पुराने रोजगार प्रकरणों के निराकरण को लेकर सकारात्मक चर्चा के बाद यह हड़ताल स्थगित कर दी गई है।
मांगें और आश्वासन
किसान सभा और भू विस्थापित संगठन ने निम्नलिखित मांगें रखी हैं:
- भू विस्थापितों को रोजगार: 1978 से 2004 के बीच जमीन अधिग्रहण के समय नियम अनुसार रोजगार प्रदान किया जाए।
- पूर्व में अधिग्रहित जमीन की वापसी: खमहरिया की जमीन मूल किसानों को वापस की जाए।
- बसावट प्रदान: भैसमाखार के विस्थापितों को बसावट प्रदान की जाए।
- मूलभूत सुविधाएं: बसावट गांव में मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएं।
सीएमडी प्रेमसागर मिश्रा ने आश्वासन दिया है कि पुराने रोजगार प्रकरणों का निराकरण तेजी से किया जाएगा और जिन भू विस्थापितों की जगह कोई गलत तरीके से रोजगार कर रहा है, उन पर एक महीने में कार्यवाही की जाएगी।