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कवर्धा : जिले के बोड़ला थाना क्षेत्र में बैंकिंग प्रणाली का दुरुपयोग कर लाखों की ठगी का राजफाश हुआ है। पुलिस ने एसबीआई बैंक बोड़ला के कर्मचारी समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपित निष्क्रिय बैंक खातों और फर्जी दस्तावेज तैयार कर ठगी करते थे।

उक्त प्रकरण केवल ठगी का नहीं, बल्कि बैंकिंग प्रणाली की विफलता का जीता-जागता उदाहरण है। आरोपितों में प्रतीक उइके, संजय प्रकाश जरीके, निशांत कुमार, सूरज शर्मा शामिल हैं। इनमें मुख्य आरोपित प्रतीक उइके को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। सोमवार को सभी आरोपितों को न्यायालय में पेश किया गया। बोड़ला थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार, बैंक कर्मचारी प्रतीक उइके ने निष्क्रिय (डॉर्मेंट) खातों का दुरुपयोग कर मृतक दीपा अहिरवार के खाते में संगठित ठगी को अंजाम दिया। आरोपित ने सीआईएफ नंबर में हेरफेर कर फर्जी आवेदन तैयार किया।

इसके बाद आरबीआई से क्लेम करते हुए नया एटीएम कार्ड जारी कराया। एटीएम से कुल 1.46 लाख रुपये की राशि निकाली गई। बोड़ला थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार, मंगली बाई के नाम पर फर्जी एटीएम कार्ड बनवाकर ठगी की गई। खाते से 82 हजार रुपये निकाले गए, जिसमें से 40 हजार नकद निकाले गए और शेष 40 हजार ग्रीन चैनल के माध्यम से ट्रांसफर किए गए। यही नहीं, आरोपित ने छितर सिंह के सावधि जमा (फिक्स्ड डिपाजिट) की 2.40 लाख रुपये की राशि को मंगली बाई के खाते में ट्रांसफर कर ठगी की। इस घटना में आरोपित सूरज शर्मा, निशांत कुमार शामिल थे।