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First Lunar Eclipse In 2025: ग्रहण यूं तो एक खगोलीय घटना कही जाती है लेकिन ज्योतिष की नजर में इसे बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. धार्मिक नजर से देखा जाए तो सूर्य और चंद्र ग्रहण राहु और केतु जैसे छाया ग्रहों के डसने से लगते हैं. अगले साल की बात करें तो 2025 में दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण लग रहे हैं. कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान धार्मिक और मांगलिक कार्यक्रम रुक जाते हैं और मंदिरों के पट भी बंद कर दिए जाते हैं. चलिए जानते हैं कि साल का पहला चंद्र ग्रहण कब लग रहा है और कौन कौन सी राशियों पर इसका असर पड़ने वाला है.

कैसे लगता है ग्रहण 

ग्रहण खगोलीय घटना कही जाती है. सूर्य ग्रहण की बात करें तो इस वक्त चंद्रमा सूर्य और धरती के बीच में आ जाता है और धरती तक सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंच पाता है. जबकि चंद्र ग्रहण के दौरान धरती, चंद्रमा और सूर्य दोनों ही एक सीधी रेखा में आ जाते हैं. इस समय चंद्रमा चूंकि धरती की छाया में आ जाता है, इसलिए उसकी केवल छाया दिखती है और लोग चंद्रमा को देख नहीं पाते. इसे चंद्र ग्रहण कहते हैं. दूसरी तरफ शास्त्रों में कहा गया है कि राहु और केतु वो छाया ग्रह हैं जो समुद्र मंथन से निकले अमृत को पीकर अमर तो हो गए लेकिन वो हमेशा सूर्य और चंद्रमा से द्वेष रखते हैं. वो समय समय पर सूर्य़ और चंद्रमा को डसते हैं जिससे सूर्य और चंद्र ग्रहण लगते हैं.

इस दिन लगेगा 2025 का पहला चंद्र ग्रहण 

साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च को लगने जा रहा है. 14 मार्च यानी शुक्रवार के दिन पहला चंद्र ग्रहण लगेगा जिसकी अवधि छह घंटे से ज्यादा होगी. चंद्र ग्रहण 14 मार्च को सुबह 9 बजकर 27 मिनट से शुरू होगा और दोपहर को 3 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगा. पूरे चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 6 घंटे 3 मिनट होगी.  ये एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. चूंकि इस चंद्र ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा, इसलिए इस दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा. आपको बता दें कि अगर ग्रहण भारत में दिखता है तो ग्रहण से नौ घंटे पहले ही सूतक काल मान्य हो जाता है और सूतक काल लगने पर कई तरह के कामकाज रोकने पड़ जाते हैं.

कहां कहां दिखाई देगा साल का पहला चंद्र ग्रहण  
साल के पहले चंद्र ग्रहण को ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, अफ्रीका के कुछ हिस्सों, एशिया के कुछ हिस्सों और दक्षिणी उत्तरी ध्रुव में देखा जा सकेगा. भारत में इसे नहीं देखा जा सकेगा.

किस राशि पर पड़ेगा चंद्र ग्रहण का असर 

ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार साल के पहले चंद्र ग्रहण का असर सिंह राशि पर सबसे ज्यादा देखने को मिलेगा. चूंकि चंद्र ग्रहण सिंह राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में लगने जा रहा है, इसलिए इसका सबसे ज्यादा असर सिंह राशि पर पड़ेगा. इसके साथ साथ उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में पैदा हुए लोगों पर भी इसका असर होगा. इन राशि के जातकों को इस दौरान पारिवारिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. इस दौरान आर्थिक नुकसान होने की आशंका बन रही है. आय के स्रोत कम हो सकते हैं और मानसिक तनाव भी हावी हो सकता है. इसके अलावा ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं,शिशुओं और बीमार लोगों को भी संभल कर रहने की सलाह दी जाती है. चंद्र ग्रहण के दौरान मंदिरों में दर्शन वर्जित होते हैं और लोग देवी देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श नहीं कर सकते हैं. गर्भवती महिलाओं को इस दौरान नुकीली चीजों जैसे चाकू, छुरी, कैंची, सुई धागा जैसी चीजों के प्रयोग से मना किया जाता है.