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Dhanteras 2024: आज धनतेरस का त्यौहार मनाया जा रहा है। धनतेरस से दीपों का पांच दिवसीय उत्सव दीपावली पर्व का आरंभ हो जाता है। इसके बाद नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा फिर भैया दूज का त्यौहार मनाया जाता है। पूरे साल में धनतेरस का दिन खरीददारी करने के लिए सबसे ज्यादा उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन कुछ भी शुभ चीजें खरीदने से धन-संपत्ति में 14 गुना अधिक बढ़ोतरी होती है। दरअसल, धनतेरस को धनत्रयोदशी भी कहा जाता है। धनतेरस या धनत्रयोदशी दो शब्दों से मिलकर बना है पहला ‘धन’ यानि धन-संपत्ति और दूसरा ‘तेरस या त्रयोदशी’ जिसका अर्थ होता है-तेरह। ऐसे में धनतेरस के दिन सोना, चांदी, वाहन, घर, जमीन, बर्तन इत्यादि चीजें लोग खूब खरीदते हैं।
धनतेरस के दिन इन सभी चीजों के अलावा झाड़ू, नमक, धनिया और भगवान गणेश, माता लक्ष्मी की मूर्ति खरीदने का भी विधान है। धनतेरस के दिन बप्पा और मां लक्ष्मी को घर लाना सबसे अधिक शुभ माना गया है। बहुत से लोग सोना या चांदी के सिक्के पर बने लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति घर लाते हैं। अगर आपके लिए ऐसा संभव नहीं है तो आप मिट्टी से बनी मूर्ति भी खरीद सकते हैं। बस मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय इन जरूर बातों का ध्यान अवश्य रखें अन्यथा आपको उचित फल की प्राप्ति नहीं होगी।
लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय न करें ये गलतियां
- धनतेरस के दिन अगर आप लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति खरीद रहे हैं तो ध्यान रखें कि माता लक्ष्मी कमल के फूल पर विराजमान हो।
- माता लक्ष्मी की उल्लू पर बैठी हुई मूर्ति नहीं खरीदना चाहिए। वहीं वो मूर्ति भी घर न लाएं जिसमें मां लक्ष्मी खड़ी हुई मुद्रा में हों।
- धनतेरस पर गणेश जी की वो मूर्ति खरीदें जिसमें उनकी सूंड बाएं ओर हो। दाएं तरफ सूंड वाली मूर्ति घर के लिए सही नहीं होती है।
- गणेश जी की भी वहीं मूर्ति खरीदनी चाहिए जिसमें बप्पा बैठी मुद्रा में विराजमान हों।
- मां लक्ष्मी की लाल रंग की और भगवान गणेश की पीले रंग की मूर्ति खरीदना चाहिए। ये रंग पूजा के लिए काफी शुभ माना जाता है।
- लक्ष्मी-गणेश जी की जुड़ी हुई मूर्ति नहीं खरीदना चाहिए। वो मूर्ति ही खरीदें जिसमें दोनों मूर्तियां अलग-अलग हों।
- माता लक्ष्मी और गणपति जी की मूर्ति खरीदते समय ध्यान रखें कि वो कहीं से भी खंडित यानी टूटी-फूटी नहीं होनी चाहिए।
- मिट्टी के अलावा आप लक्ष्मी-गणेश जी की अष्टधातु, सोने और चांदी की भी मूर्ति पूजा के लिए घर ला सकते हैं। मां लक्ष्मी के बाईं तरफ ही गणेश जी को विराजित करना चाहिए।