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रायपुर: छत्तीसगढ़ सुकमा जिले में जादू-टोने के शक में हेड-कॉन्स्टेबल के पूरे परिवार की हत्या और कवर्धा में एक युवक की हत्या के शक में पूर्व सरपंच घर में आगजनी की घटना की जांच कांग्रेस की कमेटी भी करेगी। पीसीसी चीफ दीपक बैज के निर्देश पर दोनों मामलों के लिए कमेटी बनाई गई है।

इन दोनों की घटनाओं को लेकर कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश सरकार और कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं।

सुकमा जिले में हुई घटना को लेकर 6 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है। इसमें बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल संयोजक हैं वहीं विधायक कवासी लखमा, विक्रम मांडवी, पूर्व विधायक रेखचंद जैन, पीसीसी सचिव दुर्गेश राय और सुकमा जिला अध्यक्ष माहेश्वरी बघेल सदस्य हैं।

वहीं कवर्धा मामले में भी 6 सदस्य जांच कमेटी बनाई गई है, इस कमेटी को डोंगरगढ़ विधायक दलेश्वर साहू लीड करेंगे, वो संयोजक होंगे। विधायक भोलाराम साहू, इंद्र शाह मांडवी, यशोदा वर्मा, संदीप साहू और कवर्धा जिला अध्यक्ष होरी राम साहू सदस्य होंगे।

दोनों है जांच दलों को यह निर्देश दिया गया है कि वह घटनास्थल पर जाएं वहां जाकर पूरे मामले की जांच करें। आसपास के लोगों से बात की जाए जो रिश्तेदार वहां आए हो उनसे भी जानकारी लेकर रिपोर्ट बनाकर देने को कहा गया है।

पीसीसी चीफ की ओर से बनाई गई ये दोनों ही जांच कमेटी को निर्देश भी दिया गया है कि एक हफ्ते के अंदर पूरी जांच कर ली जाए। हर पहलू पर जांच किए जाने के बाद एक रिपोर्ट तैयार कर पीसीसी को भेजा जाए।

छत्तीसगढ़ सुकमा जिले में जादू-टोने के शक में हेड-कॉन्स्टेबल के पूरे परिवार को खत्म कर दिया गया। बच्चों ने बताया कि हम डर से छिप गए थे। गांववाले उनकी आंखों के सामने माता-पिता, दादा-दादी और बुआ की हत्या की गई। परिवार के 5 लोगों को लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मारा गया। मामला कोंटा के मुरलीगुड़ा कैंप के पास इटकल गांव का है।

कवर्धा जिले में जमीन विवाद को लेकर जमकर बवाल हुआ है। रविवार को गांव के लोगों ने 4 लोगों को बंधक बनाकर घर में आग लगा दी गई। इसके बाद घर से एक की लाश मिली है। वहीं 3 लोगों को बचाया गया। जानकारी के मुताबिक, जिले के लोहारीडीह गांव में सुबह एक युवक की लाश पेड़ से लटकी मिली थी। युवक गांव का ही रहने वाला था। इसके बाद ग्रामीणों ने हत्या के शक एक परिवार के 4 लोगों को बंधक बनाया और फिर उनके घर में आग लगा दी।