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कोरबा : बांगो थाना अंतर्गत पाथा कछार में हसदे नदी के सिरकी घाट में नहाने के लिए पहुंच 25 वर्षीय मां ने एकाएक देखा कि उसका 10 माह का मासूम नदी में बह रहा है तो वह बचाने के लिए दौड़ी। इस फेर में वह डूबने लगी। पास में मौजूद एक चरवाहे ने महिला को बचा लिया लेकिन मासूम आंखों से ओझल हो गया। दो दिन बाद भी उसका पता नहीं चल सका। बच्चे के गम में मां बेसुध है। वहीं अब पुलिस खोज कराने की बात कर रही है।
कछार की रहने वाली 25 वर्षीय महिला सुनीता अपने 10 माह के बच्चे दुष्यंत के साथ हसदेव नदी के सिरकी घाट नहाने गई हुई थी, सुनीता नहा ही रही थी उसी दौरान बच्चा भी खिसकते हुए नदी किनारे तरफ चला गया जहाँ नहाने में मसगुल माँ को भनक नहीं लगी कि उसका बेटा नदी के तेज बहाव की तरफ आ रहा है। वहीं बच्चा के अधिक नजदीक आने के बाद नदी में समा गया और बहने लगा तब माँ की नजर बच्चे पर पड़ी फिर बच्चे को बचाने की कोशिश करने लगी लेकिन काफी देर हो चुकी थी माँ के द्वारा तेज बहाव गहरे नदी मे ढूंढने के प्रयास किया ही जा रहा था तभी तेज बहाव में उसकी माँ भी शिकार हो गई और वह भी नदी में बहने लगी। बहते हुए महिला पर चरवाहा की नजर पड़ी जहाँ बहते हुए माँ सुनीता को कुछ लोगों द्वारा बाहर निकाला गया। बेहोशी हालात में काफी मात्रा में पानी पी चुकी थी। कुछ समय बाद माँ सुनीता को होश आया तब जाकर लोगों ने राहत कि सांस ली, लेकिन मासूम दुष्यंत को बचाया नहीं जा सका।
सूचना के मिलने पर पुलिस अधिकारी समेत गोताखोर की टीम मौके पर पहुंचकर मासूम दुष्यंत को ढूंढने का प्रयास किया गया लेकिन कहीं पता नहीं चला। बांगो बांध से निकलने वाली पानी को कम कराया गया। इसके बाद भी बच्चे का कोई पता नहीं चल सका।
8 गोताखोर जुटे रेस्क्यू में
दो दिन पहले यह घटना कछार क्षेत्र के सिरकी घाट में हुई है। डूब रही महिला को बचा लिया गया जबकि उसका बच्चा लापता हो गया। सूचना मिलने पर 8 गोताखोर और एक मोटर बोट को रेस्क्यू के लिए लगाया गया है। संबंधित क्षेत्र में निगरानी की जा रही है।
उषा सोंधिया, टीआई बांग