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कोरबा : जिले के कुदमुरा वनपरिक्षेत्र के कुदमुरा जंगल में चार दिनों से विचरण कर रहे है और धान फसल को रौदकर ग्रामीणों की मेहनत पर पानी फेरने वाला 32 हाथियों का झुड़ बीती रात मांड नदी को पार कर धरमजयगढ़ वनपरिक्षेत्र अंतर्गत सिथरा जंगल पहुंच गए।

हाथियों ने जाने से पहले कुदमुरा वन परिक्षेत्र के तौलीपाली व कुदमुरा में जमकर उत्पात मचाया इस दौरान हाथियों ने ग्रामीणों के खेतो में पहुंच कर वहां लहलहा रहे धान की रबी फसल को रौंद दिया । जिससे ग्रामीणों को नुकसान उठाना पड़ा है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में मौजूद हाथियों के झुड़ ने रात 10 बजे के बाद मुवमेट किया और कुदमुरा में स्थित नदी को पार कर सिथरा जंगल पहुंच गया। हाथियों के बड़े झुड़ के अन्यंत्र जाने से वन अमले में कुछ राहत महसूस की है। लेकिन रेंज के ही गीतकु वांरी में 7 हाथी अभी भी डटे हुए है।

हाथियों के क्षेत्र में लगातार जमे रहने से ग्रामीणों को खतरा बना हुआ है। हालाकि वन विभाग द्वारा हाथियों की लगातार निगरानी की जा रही है। उधर कटघोरा वन मंडल के केंदई रेंज में हाथी समस्या स्थाई समस्या बन गई है। यहां के जंगल में 49 हाथी कापा नवापारा व आसपास के क्षेत्र में विचरण कर रहे है। हाथियो का दल क भी नेशनल हाईवे पर आ जाता है तो कभी गांव में पहुंचक र उत्पात मचाता है। जिससे ग्रामीणों की परेशानी बढ़ रही है। और वें दहशत में है।