Share this News
लंबी बीमारी के बाद हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह का आज शिमला में निधन हो गया. उन्होंने शिमला स्थित आईजीएमसी अस्पताल में सुबह करीब 3.40 बजे अंतिम सांस ली. आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने इसकी पुष्टि की है. वीरभद्र सिंह के निधन से प्रदेश में शोक की लहर है.
नई दिल्ली : हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह का 87 साल की उम्र में निधन हो गया. लंबी बीमारी से जूझने के बाद आज (गुरुवार) सुबह करीब 3.40 बजे शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली. आईजीएमसी और अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. जनक राज ने इसकी जानकारी दी. वीरभद्र सिंह के निधन से प्रदेश में शोक की लहर है.
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुबह करीब चार बजे मल्टी-ऑर्गन फेल होने के कारण निधन हो गया. वे हमारे संस्थान में 30 अप्रैल को भर्ती हुए थे, 2 दिन पहले उनकी तबीयत ज़्यादा खराब हुई और आज सुबह 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. वे कोविड से रिकवर कर गए थे, परन्तु पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन से जूझ रहे थे.
बताया जा रहा है कि कोरोना से ठीक होने और अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद सिंह की तबीयत फिर से बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें आईजीएमसी में भर्ती कराया गया था. वह बीते दो दिनों से वेंटिलेटर पर थे. सिंह 30 अप्रैल से आईजीएमसी में भर्ती थे. 10 जून को उनकी कोरोना रिपोर्ट फिर से पॉजिटिव आई थी. उन्हें मेकशिफ्ट में रखा गया था, लेकिन बीते सप्ताह उनकी रिपोर्ट ठीक आने पर उन्हें स्पेशल वार्ड में रखा गया था.
वीरभद्र सिंह की हालत सोमवार से बिगड़ गई थी. उन्हें कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था. सांस लेने में तकलीफ की वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था.
वीरभद्र सिंह का कुशलक्षेम पूछने के लिए सोमवार सुबह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समेत कई मंत्री और नेता भी आईजीएमसी पहुंचे थे.
वीरभद्र सिंह नौ बार विधायक रहे थे. इसके साथ ही वह पांच बार सांसद भी चुने गए थे. उन्होंने छह बार सीएम के रूप में हिमाचल प्रदेश की बागडोर भी संभाली थी. वर्तमान में वह सोलन जिले के अरकी से विधायक थे.