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कटघोरा 5 मार्च ( KRB24NEWS ) : शिव आराधना का महापर्व महाशिवरात्रि माघ मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर 11 मार्च गुरुवार को मनाया जाएगा। राधासागर टिंगीपुर स्थित शिवमंदिर समिति के अध्यक्ष संतोष गुप्ता ने बताया कि इस महाशिवरात्रि में भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक के साथ महाभण्डारे का आयोजन सुनिश्चित किया गया है बतादें इस मौके पर कल्याणकारी शिव योग रहेगा। इसके साथ ही धनिष्ठा नक्षत्र और मकर राशि में चंद्रमा के संयोग में भोले भंडारी का अभिषेक पूजन भक्तों को मनोवांछित फल दिलाएगा। इस अवसर पर कोरोना से बचाव के उपायों के साथ शिव मंदिरों में कई आयोजन होंगे। भोले भंडारी का अलग-अलग स्वरूपों में श्रृंगार होगा। चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 11 मार्च को दोपहर 2 बजकर 39 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 12 मार्च को दोपहर 3 बजे बजकर कर 2 मिनट तक रहेगी। महाशिवरात्रि पर्व में रात्रि की प्रधानता रहती है। इस कारण 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व मनाना शास्त्र सम्मत होगा। महाशिवरात्रि का निशीथ काल 11 मार्च को रात 12 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।
ज्योतिर्विद आचार्य श्री राजाराम दुबे ( राजपुरोहित ) के अनुसार महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित है। शिव भक्त महाशिवरात्रि के पर्व का वर्षभर इंतजार करते हैं। इस दिन भगवान शिव का अभिषेक और उनकी प्रिय वस्तुओं का भोग लगाने से जीवन में आने वाली कई परेशानियों से मुक्ति मिलती है। कुंआरी कन्याएं इस दिन मनचाहे वर के लिए भगवान शिव का व्रत और विशेष पूजा करती हैं।
कोरोना के कारण आयोजन में शासन के नियमों का पालन अनिवार्य
कटघोरा शहर में बीते वर्ष बढ़ते कोरोना संक्रमितों के कारण महाशिवरात्रि के आयोजन के स्वरूप पर संशय है। राधासागर टिंगीपुर स्थित शिवमंदिर में इस बार महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक एवं भंडारे में पूड़ी, सब्जी, खीर का वितरण किया जाएगा. हनुमानगढ़ी ( चकचकवा पहाड़ ) परिसर में स्थित शिव मंदिर में भगवान का श्रृंगारकर रुद्राभिषेक किया जाएगा। साथ ही मंदिरों को फूलों से भी सजाया जाएगा।आयोजन समिति के अनुसार कोरोना के कारण मंदिर में दर्शन और अन्य आयोजनों के स्वरूप पर शासन के नियमों के पालन का अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। मास्क पहनना और शारीरिक दूरी के नियम के पालन के साथ महाशिवरात्रि का पर्व धूम धाम से मनाया जाएगा.