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कोरबा : बिलासपुर अंबिकापुर नेशनल हाईवे संख्या 130 बी पर कटघोरा के आगे पौड़ी उपरोड़ा चीर घर के पास लगभग रात 12:30 के मध्य हुए एक हादसे में टेलर ने तीन वाहनों को ठोक दिया। इसके नतीजे एक अन्य ट्रेलर को जबरदस्त नुकसान पहुंचा और उसका चालक केबिन में फस गया। दुर्घटना के कारण यहां कई घंटे जाम की स्थिति लगी रही। 3 घंटे की मशक्कत के बाद केबिन में फंसे जख्मी चालक को कोरबा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया। बांगो पुलिस ने इस मामले में ट्रेलर चालक के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।

जिला मुख्यालय कोरबा से 42 किलोमीटर दूर नेशनल हाईवे 130 बी पर पिछली रात 12:30 बजे के आसपास यह घटना हुई। 24 घंटे व्यस्त रहने वाले हाईवे पर हादसों का सिलसिला लंबे समय से  बना हुआ है। कई प्रकार के सुधारात्मक प्रयास करने के बावजूद ऐसे मामलों में कोई कमी नहीं आ सकी। जानकारी मिली है कि पौड़ी उपरोड़ा में हाईवे के किनारे कटघोरा नगर पालिका के वार्ड नंबर 3 के पार्षद किशोर दिवाकर की कार खड़ी थी और उसके आगे एक स्वराज माजदा मौजूद थी। इसी दरमियान एक ट्रेलर ने कार को रगड़ा और  स्वराज मजदा मेटाडोर से जाकर  भिड़ गया। दुर्घटना के बाद वहां को मौके पर छोड़कर उसका चालक फरार हो गया। बताया गया कि इसके कुछ ही देर बाद इसी हाईवे पर काफी तेज रफ्तार से आ रहे एक ट्रेलर रने पहले से दुर्घटनाग्रस्त ट्रेलर को पीछे से ठोक दिया।  हादसा इतना जबरदस्त हुआ कि  ट्रेलर को काफी नुकसान हुआ और उसके केबिन का हिस्सा दब गया। दुर्घटना में ट्रेलर चालक केबिन में फंसने के साथ दर्द से छटपटाता रहा। घटना की जानकारी पुलिस को मिली तब डायल 112 को मौके के लिए रवाना किया गया। नेशनल हाईवे पर चार गाड़ियों के साथ हुई घटना ने लोगों को चौंकाया और पुलिस को रात में परेशान किया। इस हादसे के चक्कर में रात को यहां जाम की स्थिति निर्मित हो गई। पुलिस पार्टी ने किसी तरह स्थिति को सामान्य बनाने के लिए कोशिश की। लगभग 3 घंटे की मेहनत के बाद दुर्घटनाग्रस्त ट्रेलर के केबिन में फंसे चालक को निकल जाना संभव हो सका। पुलिस ने बताया कि इस मामले में ट्रेलर चालक के खिलाफ अपराध पंजीबद किया गया है और अगली कार्रवाई की जा रही है।

तीन जगह से टूटी पैर की हड्डी

बताया गया कि इस दुर्घटना में ट्रेलर चालक बुरी तरह से जख्मी हो गया है। उसके एक पैर की हड्डी तीन जगह से टूटी है। दुर्घटना के बाद चालक को रिकवर करने के साथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल कोरबा रेफर करने की कार्रवाई की गई। इस दुर्घटना ने एक बार फिर हाईवे पर हो रहे हादसों को लेकर नए सवाल खड़े किए हैं।  हाईवे पर रात्रि में वाहनों का तेज रफ्तार में होना यह दर्शाता है कि उनके चालक किया तो नियम का पालन नहीं कर रहे हैं या फिर जिस तरीके से जांच पड़ताल होना चाहिए उसमें कुछ कमी है।

ब्लैक स्पॉट्स हटे लेकिन स्थिति यथावत

याद रहे नेशनल हाईवे 130 बी पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए पिछले दिनों संयुक्त रूप से अभियान चलाया गया। इस दौरान प्रशासन लोक निर्माण, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया व  ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों ने उन स्थानों को आईडेंटिफाई किया जहां पर अक्सर इस प्रकार की घटनाएं होती रही है। जायजा लेने के दौरान यह बात सामने आए की  मौके पर तकनीकी खामियां हैं और इसलिए समस्या हो रही है । इनमें से अधिकांश को समाप्त कर दिया गया है। इसके बाद भी हादसों का होना सोते को मजबूर कर रहा है