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कोरबा पाली/ 8 नवंबर 2024 (KRB24NEWS)
शिक्षा के व्यवसायी करण के इस दौर में अगर कोई ऐसी खबर निकलकर आपके सामने आए जो आपको उत्साहित और प्रेरित कर दे तो इसे आप महज संयोग ही मानेंगे और उसे जानने के उत्सुक होंगे.कहा जाता है कि कहानी समाज के सुदूर कोने से निकलकर आती है और व्यापक परिवेश में अपना प्रभाव छोड़ जाती है .हम भी आपको एक ऐसी ही शख्सियत से मिलाते हैं जो पूर्णतः ग्रामीण परिवेश में पली-बढ़ी और आज सफलता के मुकाम पर अपना झंडा फहराने को तैयार है. नाम है गीतांजलि कँवर! इसका चयन हुआ है छत्तीसगढ़ राज्य के पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर के पद पर.जो विगत 6 साल के बाद लंबे इंतजार के बाद फलीभूत हुआ है आखिरकार कड़ी मेहनत और लगन से अब इसकी हकदार बन चुकी है. कोरबा जिले के आदिवासी विकासखंड और तहसील पाली के ग्राम पंचायत केराझरिया की आज पहचान और शान बनकर उभरी यह बच्ची आदिवासी कँवर समाज का प्रतिनिधित्व करती है. पूर्णतः ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी और सामाजिक संस्कारों में अग्रणी इस बालिका ने यूं ही अपनी सफलता का रास्ता तय नहीं किया है इसके पीछे उसकी कड़ी मेहनत, लगन, संघर्ष और गजब का आत्मविश्वास है. जो इसकी सफ़लता से झलकता भी है. संसाधनों और अभावों के बीच सामान्य कृषक परिवार की इस बेटी ने गणित विषय लेकर स्नातक किया और भौतिक में स्नातकोत्तर किया है. विगत दो वर्षों से छग पीएससी का मेंस परीक्षा दिलाकर लगातार प्रशासनिक पद हेतु प्रयास जारी रखा. इस बीच इसने महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने वाली राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) भी भौतिक और इलेक्ट्रॉनिक साइंस विषय लेकर उत्तीर्ण कर लिया है.इतनी सफ़लता के बीच लोगों को य़ह जानकर आश्चर्य होगा कि उसने अब तक की सारी सफलता बिना किसी कोचिंग के केवल अपने स्वयं के बलबूते और प्रयास से हासिल किया है. मास्टर डिग्री के बाद प्रतियोगी परीक्षा क्रैक करने के लिए किसी भी कोचिंग संस्थान का सहयोग नहीं लिया है. यह उन लोगों के लिए प्रेरणा का सबक हो सकता है जो यह मानकर चलते हैं कि बिना कोचिंग के सफलता प्राप्त नहीं होती. इन सब के साथ-साथ उसने स्वयं सेवक बनाकर राष्ट्रीय सेवा योजना में सी सर्टिफिकेट और प्री आरडीसी कैंप ग्वालियर में भी अपनी सहभागिता रखकर बेहतर प्रदर्शन किया है. उनके कृषक पिता मान सिंह कँवर बताते हैं कि उनकी बेटी बचपन से ही सभी विधाओं में आगे रही है और उसने सांस्कृतिक, शैक्षणिक, खेलकूद आदि में सभी क्षेत्र में अपना अच्छा प्रदर्शन लगातार जारी रखा है.गृहणी मां श्रीमती हरित क्रांति की आंखें भर आती है जब यह बताती है की बेटी अपने पढ़ाई से समय निकाल कर घर का सारा काम स्वयं करती है और खेती के कार्यों में भी हाथ अपनी पढ़ाई से समय निकालकर उन्हें पूरा करने में अपना सहयोग भी प्रदान करती है. गीतांजलि की सफलता पर उनके गुरुजनों ने उन्हें भरपूर शुभकामना प्रेषित की है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है. गीतांजली ने बताया कि उनकी सफ़लता मे लगातार गुरुजनों का मार्गदर्शन और आशीर्वाद मिलता रहा है. वही आत्मविश्वास उसकी सफलता का पर्याय बना है.
सुरेंद्र सिंह ठाकुर पाली