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मुंबई में बांद्रा रेलवे स्टेशन पर रविवार तड़के गोरखपुर जाने वाली एक ट्रेन में चढ़ने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ के बीच धक्का-मुक्की के दौरान मची भगदड़ में 10 लोग घायल हो गए जिनमें से दो की हालत गंभीर है. दिवाली और छठ उत्सव के मद्देनजर अपने घरों को जाने के लिए लोग बड़ी संख्या में बांद्रा टर्मिनस पहुंचे थे. जब ट्रेन को एक प्लेटफॉर्म पर लाया जा रहा था तो कई यात्री उसमें चढ़ने के लिए दौड़ पड़े. इसी दौरान स्टेशन पर भगदड़ मच गई और दस लोग घायल हो गए.
भगदड़ का सीसीटीवी वीडियो आया सामने
अब इस भगदड़ की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, जिसमें प्लेटफॉर्म नंबर एक पर भारी भीड़ दिखाई दे रही है. लोग अपने कंधों और सिर पर अपना सामान रखे हुए है और वो ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन भीड़ इतनी है कि लोग एक दूसरे को धक्का देकर ट्रेन में चढ़े जा रहे हैं. ट्रेन में चढ़ने के लिए हुई आपाधापी में भगदड़ मच गई. हालांकि स्टेशन पर कुछ आरपीएफ जवान भी नजर आ रहे हैं, लेकिन लोग इतने थे कि उनसे ये भीड़ काबू नहीं हो सकी और नतीजतन भगदड़ मच गई.
भगदड़ पर क्या बोले अधिकारी
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना तब हुई जब बड़ी संख्या में लोग 22921 बांद्रा-गोरखपुर अंत्योदय एक्सप्रेस पर चढ़ने के लिए बांद्रा टर्मिनस के प्लेटफॉर्म-1 पर मौजूद थे. पश्चिम रेलवे ने बताया कि यह घटना देर रात दो बजकर 45 मिनट पर बांद्रा टर्मिनस के प्लेटफॉर्म-1 पर तब हुई जब अंत्योदय एक्सप्रेस बांद्रा टर्मिनस यार्ड से प्लेटफॉर्म की ओर ‘‘धीरे-धीरे बढ़” रही थी. पश्चिम रेलवे ने सुबह करीब साढ़े दस बजे जारी बयान में कहा, ‘‘इस दौरान प्लेटफॉर्म पर कुछ यात्रियों ने चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की, जिससे एक दुर्घटना में दो यात्री नीचे गिर गए और घायल हो गए.”
रेलवे का पैसेंजर्स से खास अनुरोध
हालांकि गनीमत ये रही कि ड्यूटी पर मौजूद आरपीएफ, जीआरपी और होम गार्ड के अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की और घायल यात्रियों को नजदीकी भाभा राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया. ज्यादातर घायलों की स्थिति स्थिर है, लेकिन दो घायलों की हालत गंभीर बताई जाती है. पश्चिम रेलवे ने यात्रियों से चलती ट्रेन में न चढ़ने और न ही ऐसी स्थिति में उतरने का अनुरोध किया है, क्योंकि यह खतरनाक है.
भगदड़ के कई वीडियो वायरल
इस बीच, घटना के कुछ कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं और एक वीडियो में पैर में चोट लगने की वजह से एक व्यक्ति को प्लेटफॉर्म पर गिरे हुए तथा अन्य यात्रियों को उस पर ध्यान दिए बगैर ट्रेन में चढ़ते हुए देखा जा सकता है. वहीं, एक वीडियो में आरपीएफ के एक अधिकारी को घायल यात्री को अपने कंधे पर ले जाते हुए, जबकि एक अन्य वीडियो में आरपीएफ के एक अधिकारी को कुछ यात्रियों के साथ एक घायल व्यक्ति को कपड़े का अस्थायी स्ट्रेचर बनाकर ले जाते हुए देखा गया.
विपक्ष ने सरकार को घेरा
इस घटना पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और शिवसेना सांसद संजय राउत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसके लिए खराब बुनियादी ढांचे को जिम्मेदार ठहराया. गांधी ने कहा कि भगदड़ भारत के चरमराते बुनियादी ढांचे का नवीनतम उदाहरण है. उन्होंने कहा, ‘उद्घाटन और प्रचार तभी सार्थक होते हैं जब उनके पीछे जनता की सेवा के लिए एक ठोस आधार हो. जब रखरखाव के अभाव और सार्वजनिक संपत्ति की उपेक्षा के कारण लोगों की जान चली जाती है और रिबन काटने के बाद पुल, मंच या मूर्तियां ढहने लगती हैं, तो यह गंभीर चिंता का विषय है.’
राउत ने तीखा हमला करते हुए कहा, ‘रेल मंत्री बुलेट ट्रेन परियोजना में इतने व्यस्त हैं कि खराब बुनियादी ढांचे के कारण लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया गया है.’