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चेन्नई: तमिलनाडु में कई दिनों से लगाई जा रहीं दो अटकलें सच साबित हुई हैं. डीएमके के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार में खेल मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बना दिया गया है. पूर्व परिवहन मंत्री सेंथिल बालाजी को फिर मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया है. उन्हें दो दिन पहले मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत मिली है.
उदयनिधि स्टालिन की पदोन्नति के बारे में कई हफ्तों से चर्चा चल रही थी. उनको उनके मौजूदा युवा कल्याण और खेल विकास पोर्टफोलियो के अलावा योजना और विकास मंत्रालय का प्रभार दिया गया है. इसके साथ उन्हें राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है.
सेंथिल बालाजी का विभाग अभी तय नहीं
अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि सेंथिल बालाजी को कौन सा विभाग दिया जाएगा. बालाजी दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के शासनकाल के दौरान एआईएडीएमके के कथित कैश-फॉर-जॉब्स घोटाले में शामिल होने और प्रवर्तन निदेशालय की ओर से मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाए जाने से पिछले 15 महीने से सलाखों के पीछे थे. उन्हें गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया. कोर्ट ने कहा कि “जमानत की सख्त और उच्च सीमा और अभियोजन में देरी एक साथ नहीं हो सकती.”
बालाजी के अलावा डॉ गोवी चेझियान, आर राजेंद्रन और एसएम नासर को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. बालाजी ने ईडी द्वारा कथित नौकरी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किए जाने के कई महीने बाद इस साल फरवरी में इस्तीफा दे दिया था.
रविवार को राजभवन में शपथ ग्रहण
राजभवन की एक विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री स्टालिन ने तमिलनाडु के राज्यपाल से सिफारिश की कि युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री थिरु उदयनिधि स्टालिन को उनके मौजूदा विभागों के अलावा योजना और विकास विभाग आवंटित किया जाए और उन्हें उपमुख्यमंत्री के रूप में नामित किया जाए.
राज्यपाल ने सिफारिशों को मंजूरी दे दी है. मनोनीत मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह रविवार को राजभवन में दोपहर पश्चात साढ़े तीन बजे होगा.