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कई आध्यात्मिक परंपराओं में, प्रसाद के बजाय अशुद्ध भोजन खाने का विचार चिंताजनक हो सकता है, लेकिन क्षमा मांगने और खुद को शुद्ध करने के तरीके हैं। इन तरीकों को अपनाकर आप गलती से खाए गए अशुद्ध प्रसाद के बुरे असर को दूर कर सकते हैं। इन तरीकों को अपनाकर आपको किसी भी तरह का पाप नहीं लगता और ईश्वर भी आपको क्षमा कर देते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हुआ है, या भविष्य में ऐसा कुछ हो जाए तो, यहाँ कुछ सामान्य कदम दिए गए हैं जिन पर आप विचार कर सकते हैं।
गलती से अशुद्ध प्रसाद खाने के बाद करें ये काम
अनुष्ठान या प्रार्थना: क्षमा और शुद्धिकरण की माँग करने के लिए अपने विश्वास से संबंधित प्रार्थना या अनुष्ठान करें। इसमें जप, ध्यान या पूजा करना शामिल हो सकता है। जो भी तरीका आपको सही लगता है उसे करके आप ईश्वर से प्रार्थना कर सकते हैं कि, गलती से खाए गए अशुद्ध प्रसाद के लिए वो आपको क्षमा करें।
दान और अच्छे कर्म: दया भाव से किए गए कार्यों या दान करने से नकारात्मक कार्यों के बुरे असर को दूर करने में मदद मिल सकती है। दान करके आपका मन शुद्ध होता है और आपके अंदर जो आत्मग्लानि घर कर जाती है उससे भी आपको छुटकारा मिलता है, इसलिए आपको गलती से हुई भूल को सुधारने के लिए दान और अच्छे कर्म करने चाहिए।
आध्यात्मिक मार्गदर्शक से परामर्श करें: यदि आप किसी धार्मिक समुदाय का हिस्सा हैं, तो किसी जानकार ज्योतिष से या धर्म के जानकार से मार्गदर्शन ले सकते हैं। वो आपको उचित सालह देंगे कि, कैसे आप अपनी भूल को सुधार सकते हैं। अगर आप गलती से कभी, प्रसाद की जगह गलत चीज का सेवन कर लेते हैं तो इस बारे में भी वो आपको सही परामर्श दे सकते हैं।
पवित्र जल का प्रयोग: हमारे शास्त्रों में गंगाजल को अत्यंत पवित्र माना गया है। गंगाजल में आपके सभी पापों को दूर करने की क्षमता होती है। ऐसे में अगर आप कभी गलती से अशुद्ध प्रसाद ग्रहण कर लेते हैं तो आपको गंगाजल से अपना शुद्धिकरण करना चाहिए। इसे आप अपने ऊपर छिड़क सकते हैं, इससे स्नान कर सकते हैं या फिर इसे पीकर भी आप पाप कार्यों से मुक्ति पा सकते हैं।
प्रार्थना और भक्ति: अपने इष्ट देवता की पूजा अर्चना करके भी आप शुद्धिकरण कर सकते हैं। ध्यान और भक्ति आपके मन की सभी पीड़ाओं को दूर करने की क्षमता रखती है। इसलिए अगर किसी धार्मिक अनुष्ठान में आपसे कुछ गलती हुई है, या भूलवश अशुद्ध प्रसाद आपने ग्रहण किया है, तो ध्यान और भक्ति का सहारा आप ले सकते हैं।
साधारण नियमों का पालन: अगर गलती से आप अशुद्ध प्रसाद का सेवन कर लें, तो क्षमा याचना करने के बादभविष्य में ध्यान रखें कि आप हमेशा पवित्र और शुद्ध चीज़ें ही खाएं।