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कोरबा/पोंडी उपरोड़ा 4 जुलाई 2024 :(KRB24NEWS):

शिक्षा व स्वास्थ्य पर शासन व प्रशासन कतई लापरवाही बर्दास्त नहीं करती, लगातार लापरवाही बरतने वालो पर कार्यवाही भी की जा रही लेकिन फिर भी जिम्मेदार कर्मचारी अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे। मामला है पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड अंतर्गत लेपरा ग्राम पंचायत के मिडिल स्कुल मे पदस्थ शिक्षक का ज़ो अपने आप मे ही एक अधिकारी है, ज़ब मर्जी तब स्कुल जाते है ज़ब मन कर्ता है हस्ताक्षर करके घूमने निकल जाते है, वही कई वर्षो से बच्चे भी इनके इस हरकत से परेशान है।

छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र को अग्रणी करने के लिए बच्चों को हर सुविधा मुहैया करा रहा है लेकिन अगर शिक्षक विद्यालय ही न जाये ऐसे मे यें सुविधा का कोई मतलब नहीं, हम बात कर रहे हैं लेपरा मिडिल स्कुल मे पदस्थ शिक्षक इतवार सिंह श्याम का जो की इस सत्र मे स्कुल खुलने के बाद एक भी दिन अपनी हाजरी नहीं दर्ज कराई है वही इंग्लिश व गणित जैसे बहुत महत्वपूर्ण विषय की पढ़ाई से बच्चे वँचित हो रहे हैं

बच्चों का कहना है की इतवार सिंह कभी आते हैं तो कभी नहीं आते हैं पिछले कई दिनों से इस शिक्षक को स्कुल मे नहीं देखा गया है।इधर हेडमास्टर भी लापरवाह शिक्षक के कारनामें से परेशान हैं, 26 जून से प्रत्येक दिवस स्कुल मे सभी शिक्षको की उपस्थिति हो रही है लेकिन यें महासय अभी तक स्कुल ही नहीं गए, पिछले सत्र मे भी इनके हाजरी रजिस्टर में लाल रंग की स्याही से अनुपस्थित लिखा गया है और तो और इनका हर माह बकायदा पेमेंट भी बनाया जा रहा यें यह अपने आप मे एक बडी बात है।*स्कूल न आकर शराब के नशे में मदहोश होकर घूमते है*जब इस लेपरा के शिक्षक इतवार सिंह श्याम के विषय मे जानकारी ली गई तो पता यह चला कि जिम्मेदार शिक्षक इतवार सिंह श्याम स्कूल न आकर दिनभर शराब के नशे में मदहोश होकर घूमते रहते हैं। महीने में यदि वे दो चार दिन आते हैं तो केवल अपनी हाजिरी लगाकर चले जाते हैं। जिससे पढाई करने वाले बच्चों को अंग्रेजी व गणित विषय से वंचित होना पड़ता है। शिक्षा का अधिकार देश के प्रत्येक बच्चे को प्राप्त है। स्कूलों में बच्चों को पढ़ने के लिए उन्हें पुस्तकें दी जाती हैं। वहीं स्कूल ड्रेस भी सरकार की तरफ से दिया जाता है। बच्चे भूखे पेट रहेंगे तो उनको शिक्षा ग्रहण करने में कठिनाई आएगी इसके लिए मध्याह्न भोजन भी संचालित किया जाता है, लेकिन इतनी सुविधाएं देने के बावजूद अगर शिक्षक बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करें तो बच्चे अपना भविष्य किस तरह संवारेंगे। स्कूल के हेडमास्टर द्वारा शिक्षक इतवार सिंह श्याम की शिकायत करने के बाद भी इनकी करतूत पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी क्यों संज्ञान नही ले रहे यह भी एक बड़ी बात है। या इस शिक्षक पर इतनी मेहरबानी करना भी अपने आप मे एक सवाल खड़ा कर रहा है। अब देखने वाली बात होगी कि इस विषय पर जिला कलेक्टर व जिला शिक्षाधिकारी के संज्ञान आने पर क्या कार्यवाही सुनिश्चित करते हैं। या  यूँही ऐसे शिक्षक शिक्षा के मंदिर को मजाक बनाकर  देश के नौंनिहालों का भविष्य अंधकार के गर्त में ढकेलते रहेंगे ।