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पिछले दो साल से परीक्षा का इंतजार कर रहे नर्सिंग स्टूडेंट्स की मांगों को प्रदेश सरकार ने मान लिया है. सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस मामले में विभागीय बैठक बुलाई. मंत्री की फटकार के बाद आयुष विश्वविद्यालय ने टाइम टेबल जारी कर दिया है.

रायपुर: परीक्षा की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे नर्सिंग छात्रों को आखिरकार सफलता मिल गई है. आयुष विश्वविद्यालय ने परीक्षा का टाइम टेबल जारी कर दिया है. 6 जुलाई से ऑफलाइन मोड पर परीक्षा आयोजित की जाएगी. 18 जून को राजधानी में नर्सिंग छात्रों ने परीक्षा की मांग को लेकर बड़ा प्रदर्शन किया था. सोमवार शाम को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाई. जहां उन्होंने अब तक परीक्षा न होने को लेकर अधिकारियों को फटकार लगाई. सिंहदेव ने जल्द से जल्द परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए थे. मंत्री के आदेश के बाद आयुष विश्वविद्यालय ने परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया है.

पिछले दो सालों से नहीं हुई थी परीक्षा

जीएनएम, एएनएम, एमएससी नर्सिंग और बीएससी नर्सिंग के छात्रों की परीक्षा 2019 से अब तक नहीं हुई हो पाई है. पिछले 2 सालों से लगातार छात्र परीक्षा को लेकर परेशान हो रहे थे. इन छात्रों की न तो ऑनलाइन परीक्षा ली गई थी और न ही ऑफलाइन परीक्षा कराई गई, जिस वजह से इनका भविष्य अधर में अटका हुआ था. इस मामले नर्सिंग छात्र काफी नाराज चल रहे थे. नर्सिंग छात्र स्वास्थ्य मंत्री से चार बार मुलाकात भी कर चुके थे. नर्सिंग छात्रों ने परीक्षा आयोजित न करने पर अस्पतालों में ड्यूटी नहीं करने की भी चेतावनी दी थी.

रायपुर: परीक्षा की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे नर्सिंग छात्रों को आखिरकार सफलता मिल गई है. आयुष विश्वविद्यालय ने परीक्षा का टाइम टेबल जारी कर दिया है. 6 जुलाई से ऑफलाइन मोड पर परीक्षा आयोजित की जाएगी. 18 जून को राजधानी में नर्सिंग छात्रों ने परीक्षा की मांग को लेकर बड़ा प्रदर्शन किया था. सोमवार शाम को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाई. जहां उन्होंने अब तक परीक्षा न होने को लेकर अधिकारियों को फटकार लगाई. सिंहदेव ने जल्द से जल्द परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए थे. मंत्री के आदेश के बाद आयुष विश्वविद्यालय ने परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया है.

पिछले दो सालों से नहीं हुई थी परीक्षा

जीएनएम, एएनएम, एमएससी नर्सिंग और बीएससी नर्सिंग के छात्रों की परीक्षा 2019 से अब तक नहीं हुई हो पाई है. पिछले 2 सालों से लगातार छात्र परीक्षा को लेकर परेशान हो रहे थे. इन छात्रों की न तो ऑनलाइन परीक्षा ली गई थी और न ही ऑफलाइन परीक्षा कराई गई, जिस वजह से इनका भविष्य अधर में अटका हुआ था. इस मामले नर्सिंग छात्र काफी नाराज चल रहे थे. नर्सिंग छात्र स्वास्थ्य मंत्री से चार बार मुलाकात भी कर चुके थे. नर्सिंग छात्रों ने परीक्षा आयोजित न करने पर अस्पतालों में ड्यूटी नहीं करने की भी चेतावनी दी थी.

18 जून को राजधानी में किया था बड़ा प्रदर्शन

परीक्षा कराने की मांग को लेकर 18 जून को राजधानी में नर्सिंग के छात्रों ने बड़ा प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन के दौरान छात्र मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोका लिया गया था. छात्रों की मांग को लेकर प्रशासन ने संज्ञान लिया. जिसके बाद सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाई और जमकर फटकार लगाई. परीक्षा को लेकर जल्द से जल्द टाइम टेबल घोषित करने के निर्देश स्वास्थ्य मंत्री ने दिए.

6 से 23 जुलाई के बीच होंगे एग्जाम

नर्सिंग छात्रों की परीक्षा 6 जुलाई से ऑफलाइन मोड पर आयोजित की जाएगी. परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी. 6 जुलाई से 23 जुलाई तक परीक्षा आयोजित की जाएगी. वहीं प्रायोगिक परीक्षा 6 जुलाई से पहले संपन्न होगी. छात्र अपना टाइम टेबल http://cghealthuniv.com पर देख सकते हैं. आयुष विश्वविद्यालय ने परीक्षा को लेकर गाइडलाइन भी जारी की है. जिसमें छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और एग्जाम से पहले सैनिटाइज करके अंदर प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.

chhattisgarh ayush university declares time table for nursing course-in-raipur

टाइम टेबल

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टाइम टेबल

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प्रदेश में करीब 30 हजार नर्सिंग छात्र

इसके पहले नर्सिंग छात्रों ने परीक्षा आयोजित न करने पर अस्पतालों में ड्यूटी नहीं करने की भी चेतावनी दी थी. छात्रों ने कहा था कि यदि उनकी मांगें सरकार ने नहीं मानती है तो वे अस्पतालों में किसी तरह का सहयोग नहीं करेंगे. नर्सिंह छात्रों का कहना था कि पिछले 2 सालों से उनकी परीक्षा नहीं ली गई है जिस वजह से आज उनके सामने कई तरह की परेशानी खड़ी हो गई है. न तो उन्हें कहीं रोजगार मिल रहा है न ही शासन-प्रशासन की ओर से कोई मदद की जा रही है. इतना ही नहीं उनकी आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई है. यही वजह है कि उन्होंने अपनी मांग को लेकर पिछले दिनों सीएम हाउस के घेराव की भी कोशिश की थी. साथ ही स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन वहां भी उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा था. देश में करीब 30 हजार नर्सिंग छात्र हैं.

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