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सर, कोरोना की वजह से मेरी सास और ननद की मौत हो गयी….मैं और मेरे बच्चे भी कोरोना पॉजेटिव हो गये …..लेकिन कोरोना से ठीक होते ही मैं फिर से ड्यूटी पर आ गयी…..पलारी में कार्यरत नर्स वर्षा गोंड़ाने की दुख भरी दास्तां सुनते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल फफक पड़े…
रायपुर 13 मई (KRB24NEWS): नर्सेस डे पर सेवा का सर्वोच्च दे रही नर्सों से जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बातचीत की….तो कई दफा उनका गला रूंधा….तो कई बार आंखें नम हुई…लेकिन पलारी की वर्षा ने जब अपने परिवार के दो सदस्यों को कोरोना में खोने और बच्चे सहित खुद संक्रमित होने के बावजूद सेवा की तत्परता की कहानी सुनायी तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल फफक पड़े। मुख्यमंत्री ने अपनी आंसू पोछते हुए कहा….आपने इस वक्त में भी अपने दायित्वों का जिस तरह से निर्वहन किया, उसकी जितनी तारीफ की जाये, वो कम है….ये कहते-कहते मुख्यमंत्री फफक पड़े
दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर कोरोना के इस संकट में राज्य के अलग-अलग हिस्सों की नर्सों से बातचीत की। भूपेश बघेल ने कोरोना संकट काल में नर्सों द्वारा दिन-रात मरीजों की सेवा और कर्तव्य परायणता की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की विषम परिस्थिति में आप सबने जिस हिम्मत और हौसले के साथ मानवता की सेवा की है, वह काबिले तरीफ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से कई नर्स बहनों और उनके परिवार के सदस्यों के संक्रमित होने और स्वर्गवास होने के बाद भी मरीजों की सेवा में जुटा रहना उत्कृष्ट सेवा का स्वरूप है।