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कोरबा 29 अपे्रल 2021/राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने आज सीपेट कोविड अस्पताल में 128 आक्सीजीनेटेड बिस्तरों का लोकार्पण किया। सीपेट अस्पताल में अब आक्सीजीनेटेड बिस्तरों की क्षमता 150 से अधिक हो गई है। सीपेट कोविड अस्पताल में आक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध होने से अब माॅडरेट संक्रमण वाले कोविड मरीजों को ईलाज के लिए ईएसआईसी कोविड अस्पताल में रिफर नहीं करना पड़ेगा। अस्पताल मंे सेंट्रल आक्सीजन वितरण प्रणाली के तहत पाईप लगाने का काम का पहला चरण पूरा हो चुका है। अस्पताल के 16 कमरों में आक्सीजन पहुंचाने के लिए पाईप लाईन लगाने, आक्सीजन बोर्ड जंक्शन और मास्क आदि भी फिट कर काम पूरा कर दिया गया है। हर कमरे में आठ मरीजों के हिसाब सेे 128 बिस्तरों पर अब सेंट्रल आक्सीजन प्रणाली के तहत मरीजों को आक्सीजन की सुविधा और ईलाज मिल सकेगा। आज से ही अस्पताल में मरीजों की भर्ती भी शुरू हो गई है। आने वाले चार दिनों मंे द्वितीय तल पर 12 कमरों में आक्सीजन पाईप लाईन लगाने का काम खत्म कर लिया जायेगा। इसके साथ ही 96 अतिरिक्त आक्सीजीनेटेड बिस्तरों की सुविधा मरीजों को मिलने लगेगी। इस प्रकार सीपेट कोविड अस्पताल में कुल 224 मरीजों को आक्सीजीनेटेड बिस्तरों की सुविधा मिलेगी। इस अवसर पर नगर निगम के सभापति श्री श्यामसुंदर सोनी, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार, एडीएम श्री एस.जयवर्धन, सीएमएचओ डा. बी.बी.बोडे, खंड चिकित्सा अधिकारी डा. रूद्रपाल सिंह कंवर एवं अन्य मेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहे।
राजस्व मंत्री ने आक्सीजीनेटेड बिस्तरों का लोकार्पण करते हुए कहा कि जिला प्रशासन कोविड नियंत्रण के लिए सजग और गंभीर है। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों का ईलाज जिले के 14 कोविड अस्पतालों में भर्ती करके किया जा रहा है। कोविड मरीजों के ईलाज के लिए कुल एक हजार 553 बिस्तरों की क्षमता विकसित कर ली गई है। श्री अग्रवाल ने कहा कि जिले में आक्सीजन और स्वास्थ्य संसाधनों की कोई कमी नहीं है। मेडिकल स्टाफ, दवाईयां एवं आक्सीजीनेटेड बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता जिले के कोविड अस्पतालों में सुनिश्चित की गई है। कोविड अस्पतालों में मरीजों के ईलाज के लिए लगभग पांच सौ आक्सीजनयुक्त बिस्तरों की व्यवस्था भी की गई है।
राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि जिले के कोरोना संक्रमित लोगों को बेहतर ईलाज मिल सके, इसके लिए सीपेट कोविड अस्पताल में आक्सीजनयुक्त बिस्तरों की क्षमता बढ़ाई गई है। पहले सीपेट में आक्सीजनयुक्त बिस्तर नहीं होने के कारण कोविड मरीजों को ईएसआईसी अस्पताल में रिफर करना पड़ता था। मरीजों को रिफर करने में समय लगता था। इस बीच मरीजों की स्वास्थ्य स्थिति भी गंभीर हो जाती थी और उन्हें ठीक करने में डाक्टरों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। राजस्व मंत्री ने कहा कि सीपेट में गंभीर मरीजों को जल्द से जल्द उचित ईलाज मिल सके इसके लिए आक्सीजनयुक्त बिस्तरों की संख्या मंे वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि सीपेट में गंभीर कोरोना मरीजों के पूर्ण ईलाज के लिए आईसीयू युनिट भी विकसित करने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गये हैं।