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कोरबा 14 अप्रैल ( KRB24NEWS ) : कांग्रेस सरकार के ज़माने में भ्रष्टाचार का बोलवाला है चाहे वैक्सीनेशन में कालाबाज़ारी को लेकर कहा जाय या फिर जमीन घोटाला की बात कही जाय ! और तो और शिक्षा को भी नहीं छोड़ा जा रहा ! चाहे स्कूलों द्वारा मनमानी फीस को लेकर हो या फिर ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षा को लेकर हो ! इसे सरकार की नाकामी ही कहेगें जो सरकारी संस्थाओं को खत्म कर निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिससे कर्मचारियों का शोषण बढ़ रहा है और देश की आर्थिक व्यवस्था भी कमजोर हो रही है। समाजसेवी केदारनाथ अग्रवाल ने कहा कि जिस प्रकार से सरकार स्वास्थ्य लाभ के लिए पांच लाख रुपए का आयुष्मान कार्ड बना के दे रही है। उसमें भी पुराने राशन कार्ड को निरस्त कर दिया जाता है इसका सीधा असर गरीब लोगों पर पड़ रहा है । जिसके पास राशन कार्ड नहीं है उसका आयुष्मान कार्ड नहीं बनाया जा रहा है। साथ ही साल भर बच्चे स्कूल नहीं गए फिर भी स्कूलों द्वारा पूरी फीस वसूल की जाती है जबकि कई बार पालको द्वारा विरोध भी किया गया लेकिन आज तक राज्य सरकार द्वारा ध्यान नहीं दिया गया

यहां श्री अग्रवाल ने मांग कि जिस प्रकार सरकार द्वारा स्वास्थ्य के लिए पांच लाख का सालाना का कार्ड बनाया जा रहा है उसी प्रकार शिक्षा के लिए भी पांच लाख का कार्ड शिक्षा कार्ड बनाया जाना चाहिए । जिससे हर बच्चा अच्छी से अच्छी व उच्च से उच्च शिक्षा प्राप्त कर सके।