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कोरबा 4 जुलाई ( KRB24NEWS ) : चालू खरीफ मौसम में कोरबा जिले के किसानों को खेती-किसानी के लिए 55 करोड़ रूपये का ब्याज मुक्त कृषि ऋण दिया जायेगा। राज्य सरकार द्वारा किसानों की खेती आसान बनाने के लिए बिना ब्याज का यह कृषि ऋण सहकारी समितियों से दिया जा रहा है। खेती के समय इस ऋण से किसान जरूरत के हिसाब से बीज-खाद, दवाई और अन्य जरूरी कृषि आदान सामग्रियां प्राप्त कर रहे हैं। चालू खरीफ मौसम में जिले में अभी तक छह हजार 678 किसानों को 24 करोड़ 85 लाख रूपये का कृषि ऋण शून्य प्रतिशत ब्याज पर उपलब्ध करा दिया गया है। इस वर्ष अभी तक वितरित यह कृषि ऋण पिछले वर्ष इसी अवधि में वितरित ऋण से दोगुना से भी अधिक है। पिछले वर्ष इसी अवधि में तीन हजार 868 किसानों को 11 करोड़ 98 लाख रूपये का कृषि ऋण दिया गया था। जिले में इस वर्ष राजीव किसान न्याय योजना के तहत किसानों को 17 करोड़ 85 लाख 27 हजार रूपये सीधे खातों में मिले हैं। इस सहायता के साथ ब्याजमुक्त ऋण ने खेती के प्रति किसानों का रूझान बढ़ा दिया है।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के नोडल अधिकारी श्री सुशील जोशी ने बताया कि खरीफ फसलों के लिए बिना ब्याज का कृषि ऋण लेने की समय सीमा 30 सितंबर घोषित है। इस वर्ष किसानों ने खेती के लिए ऋण लेने में पिछले वर्ष की तुलना में तेजी दिखाई है। श्री जोशी ने बताया कि राजीव किसान न्याय योजना से मिली पहली मदद ने खेती के लिए तैयारी पहले ही करा दी थी। अब बीज-खाद, दवाई आदि के लिए बिना ब्याज के लोन ने किसानों को अच्छी खेती के लिए प्रोत्साहित किया है। श्री जोशी ने बताया कि कोरबा जिले में सहकारी केंद्रीय बैंक की छह शाखाएं कार्यरत हैंै। अभी तक सबसे अधिक बरपाली शाखा से एक हजार 556 किसानों ने आठ करोड़ 80 लाख रूपये कृषि ऋण लिया है। कटघोरा शाखा ने अभी तक एक हजार 366 किसानों को चार करोड़ 015 लाख रूपये खेती के लिए लोन के रूप में दिए हैं। पाली शाखा से एक हजार 15 किसानों ने तीन करोड़ 80 लाख, कोरबा शाखा से 749 किसानों ने तीन करोड़ 30 लाख रूपये का बिना ब्याज का लोन खेती करने के लिए लिया है। पोड़ी उपरोड़ा शाखा ने 988 किसानों को तीन करोड़ 20 लाख रूपये और हरदीबाजार शाखा ने एक हजार चार किसानों को एक करोड़ 63 लाख रूपये का कृषि ऋण वितरित कर दिया है।
जिले में इस वर्ष खाद-बीज, दवाई वितरण के लिए समितियों में बेहतर व्यवस्थाएं की गई है। पर्याप्त मात्रा में समय पर खाद-बीज का भंडारण सहकारी समितियों में किया जा चुका है। सहकारी समितियों की कृषि आदान व्यवस्था को चुस्त एवं गतिशील करने हेतु कृषि विभाग के साथ ही सहकारिता विभाग, पंजीयक सहकारी संस्थाएं, छत्तीसगढ़ प्रबंध संचालक विपणन संघ एवं छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अधिकारी भी लगातार अवलोकन-निरीक्षण कर समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। जिला स्तर पर भी हर दिन कृषि आदानों की मॉनिटरिंग किए जाने से ही कृषि आदान की अच्छी स्थिति बनी हुई है। राज्य में समय पर मानसून आ जाने एवं बीज-खाद, दवाई की समय पर पर्याप्त मात्रा में अच्छी व्यवस्था से कोरबा जिले में इस वर्ष खरीफ फसल का उत्पादन बढ़ने की संभावना है, जिससे किसानों और ग्रामीणों को अच्छा फायदा हो सकता है।