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रायपुर : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस से निष्कासित नेता अब पार्टी में वापसी का रास्ता तलाश रहे हैं। पहले रेणु जोगी ने कांग्रेस में शामिल होने के लिए कांग्रेस आलाकमान को पत्र लिखा था तो अब पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव से माफी मांगते फिर रहे हैं। वहीं, अब वृहस्पत सिंह के बयान पर टीएस सिंहदेव ने प्रतिक्रिया दी है। सिंहदेव ने कहा है कि बृहस्पति सिंह ने जो कहा था वो माफी के लायक नहीं था।
पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार जाने के बाद विचलित हो गया था। जाने-अनजाने में मेरे से गलती हुई है इसलिए तत्कालीन प्रभारी के खिलाफ बयान दे दिया था। उन्होंने टीएस सिंहदेव को लेकर कहा कि सिंहदेव सरगुजा के महाराजा है और हम प्रजा हैं। टीएस सिंहदेव को हमें डांटने फटकारने का अधिकार है। मैं सभी अपने बड़े नेताओं से क्षमा मांगता हूं। साथ ही पार्टी में वापसी के लिए आवेदन दे रहा हूं।
दरअसल रामानुजगंज के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद तत्कालिन कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को जिम्मेदार ठहराया था। वृहस्पत सिंह ने दोनों पर पार्टी के खिलाफ षडयंत्र रचने का आरोप लगाया था। ये पहली बार नहीं था जब वृहस्पत सिंह ने पार्टी के नेताओं के खिलाफ बयानबाजी की थी। इससे पहले जब वृहस्पत सिंह पर हमला हुआ था तो उन्होंने इसके लिए टीएस सिंहदेव और उनके भतीजे पर आरोप लगाया था। जबकि कांग्रेस की सरकार बनने से पहले वृहस्पत सिंह पूर्व डिप्टी सीएम सिंहदेव के करीबी नेता माने जाते थे।