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Margashirsha Amavasya 2024: मार्गशीर्ष अमावस्या 1 दिसंबर 2024 को है। माना जाता है कि, इस दिन पितृ धरती पर आते हैं। यही वजह है कि पितरों के निमित्त इस दिन दान-पुण्य करना और पिंडदान या तर्पण करना बेहद शुभ माना जाता है। साल 2024 में मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि की शुरुआत शनिवार की सुबह 10 बजकर 32 मिनट पर होगी और इसकी समाप्ति अगले दिन यानि 1 नवंबर को 11 बजकर 52 मिनट पर होगी। यानि अमावस्या तिथि 2 दिनों तक रहेगी। इस दिन पूजा-पाठ, स्नान-दान करने से तो आपको लाभ होगा, लेकिन कुछ ऐसे कार्य हैं जिन्हें करने से आपको मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन बचना चाहिए। आज हम इसी के बारे में आपको विस्तार से जानकारी देंगे। 

इनको न पहुंचाएं नुकसान 

मार्गशीर्ष अमावस्या का दिन पितृ कृपा के लिए बेहद खास माना जाता है। पितरों के निमित्त इस दिन गाय, कुत्ता, कौए को हम खाना खिलाते हैं। माना जाता है कि, इनको भोजन देने से पितरों तक पहुंच जाता है। इसलिए गलती से भी मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन इनमें से किसी भी पशु-पक्षी को आहत आपको नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो पितृ आप से रुठ जाते हैं। साथ ही भाग्य का साथ भी आपको मिलना बंद हो जाता है। 

न करें ये भूल

मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन तर्पण, दान-पुण्य, पिंडदान आदि करने से आपको लाभ की प्राप्ति होती है। इन कार्यों को इस दिन करना नहीं भूलना चाहिए। अगर ये काम ना भी कर पाएं तो पितरों को याद करके उनके निमित्त दीपक अवश्य जलाएं। अगर आप ये कार्य करना भूल जाते हैं तो पितृ आपसे नाराज हो सकते हैं। 

पितरों के प्रति न रखें बुरे विचार

अमावस्या का दिन पितरों की तृप्ति के लिए बेहद खास होता है। इसलिए किसी भी तरह का बुरा विचार आपको अपने पितरों के लिए अपने मन में नहीं लाना चाहिए। इसके साथ ही घर के बड़े बुजुर्गों से भी इस दिन लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो पितृ बिना आपको आशीर्वाद दिए पृथ्वी लोक से चले जाते हैं। 

ब्रह्मचर्य का करें पालन

पितृ अमावस्या के दिन आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। इस दिन पितरों के साथ ही देवी-देवताओं की पूजा भी की जाती है, लेकिन वासना जनित विचार अगर आपके मन में आते हैं तो पितृ और देवता दोनों आपसे रुठ सकते हैं। ऐसा करने से किस्मत का साथ मिलना भी बंद हो सकता है। 

तामसिक भोजन से रहें दूर

प्रभु और पितृ की भक्ति में आपका मन लगा रहे इसलिए मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन आपको उचित और सात्विक आहार खाना चाहिए। इस दिन अगर आप मांस-मदिरा आदि का सेवन करते हैं तो दिक्कतें आपके जीवन में आ सकती हैं। 

वाणी से किसी को न करें आहत

आपको मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन अपनी बातों से किसी को भी आहत नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपका अहित हो सकता है। इस दिन जितना आप घुल-मिलकर रहेंगे और सादगी भरे तरीके से व्यवहार करेंगे उतना ही आपके लिए शुभ होगा। 

घर में न करें गंदगी 

इस दिन आपको घर में कूड़ा करकट या गंदगी फैलाने से बचना चाहिए। जितना आपका घर साफ रहेगा उतना ही पितृ भी और देवी देवता भी प्रसन्न होंगे। इसके साथ ही गंदगी से भरे घरों में नकारात्मक ऊर्जा पैदा हो जाती है, इसलिए मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन घर में साफ-सफाई रखें।