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रायपुर :- एआईसीसी ने पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल कर दिया है। सबसे चौकाने वाला फैसला अब तक दिग्गज रहे नेताओं को किनारे करने का रहा। लेकिन इन सब फेरबदल के बीच छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी रहे पीएल पुनिया को दोबारा कमान देकर छत्तीसगढ़ में 15 साल बाद कांग्रेस सरकार बनाने को तोहफा दिया गया है।
वहीं प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा सीडब्ल्यूसी के सदस्य नहीं बनाए गए हैं। दरअसल प्रशासनिक अधिकारी रहे पुनिया ने दलित नेता के रुप में अपनी पहचान बनाई है। उन्हें जुलाई 2017 में बीके हरिप्रसाद के स्थान पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया था।
पार्टी ने पत्र विवाद की पृष्भूमि में 24 अगस्त को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में बनी सहमति के मुताबिक छह सदस्यीय एक विशेष समिति का गठन किया है। यह समिति पार्टी के संगठन एवं कामकाज से जुड़े मामलों में सोनिया गांधी का सहयोग करेगी। इस विशेष समिति में एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल हैं।
रणदीप सुरजेवाला और तारिक अनवर को पार्टी ने महासचिव नियुक्त किया है। सोनिया गांधी ने पार्टी मामलों में अपनी मदद के लिए विशेष समिति गठित की जिसमें ए के एंटनी, अहमद पटेल और अंबिका सोनी शामिल हैं।
वहीं, राज्य के प्रभारियों की बात करें तो मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश, हरीश रावत को पंजाब, ओमान चंडी को आंध्र प्रदेश, तारिक अनवर को केरल और लक्षद्वीप, प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश, रणदीप सिंह सुरजेवाला को कर्नाटक, जितेंद्र सिंह को असम, अजय माकन को राजस्थान और केसी वेणुगोपाल को संगठन की जिम्मेदारी दी गई है।