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पाली थाना अंतर्गत मुनादी कर कुएं बावड़ी ना साफ करने की अपील

कोरबा पाली 7 जुलाई 2024(KRB24NEWS):

कोरबा जिला एवं जांजगीर जिले में हुए 9 लोगो की मौत से पूरे प्रदेश में मानो मातम सा छाया हुआ है। यह घटना काफी हृदय विदारक है।इस घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कोरबा सिद्धार्थ तिवारी के दिशा निर्देश एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यू.बी. एस. चौहान,नगर पुलिस अधीक्षक कटघोरा श्रीमती,नेहा वर्मा और एसडीओपी पंकज ठाकुर के दिशानिर्देश मार्गदर्शन प्राप्त होने पर इस प्रकार की घटना से क्षेत्रवासियों, ग्रामीणों के बचाव हेतु पाली थाना प्रभारी चमन सिन्हा के द्वारा फिर ऐसी घटना ना घटे जिसे देखते हुए सभी ग्राम पंचायतो में कोटवार के माध्यम से मुनादी कर समझाइश दिया जा रहा है।कल हुए जिले में घटना जिसमें पिता को बचाने के लिए पुत्री की भी जान चली गई। एक अन्य रिश्तेदार व पड़ोसी ने भी इनके जीवन की रक्षा के लिए अपनी जान गंवा दी।प्रायः देखने में आ रहा है कि सूखे कुएं या कम पानी होने पर उसकी साफ सफाई करने के लिये या फिर मवेशियों के गिरने के कारण उन्हें निकालने के लिये जो लोग कुएं के अंदर जाते है वे बेहोश अथवा हताहत हो जाते है क्यूंकि कुछ कुएं में मिथेन जैसी गैस पाई जाती है जो जहरीली होती है। जिसके कारण इसके संपर्क में आते ही कुछ ही समय में जान चली जाती हैं।अतः पाली थाना क्षेत्र वासियो से पाली थाना प्रभारी ने अपील की है कि कुओ एवं बावली की साफ सफाई ना करें। अगर किसी कुएं बावड़ी में जहरीली गैस हो तो सबसे पहले हरे पेड़ की टहनी को कुएं में डालें यदि टहनी की पत्तियां मुरझा जाएं तो उसमें जहरीली गैस होगी। इसके साथ ही लालटेन या कोई चीज जलाकर अंदर रस्सी से डालें अगर वह बुझ जाए तो भी समझ जाएं कि गैस जहरीली है। यह गैस कुएं के मध्य में पाई जाती है। एहतियात बड़ी चीज है और किसी भी स्थिति में दिमाग को स्थिर रखकर काम करें। आपकी सजगता ही आपकी सुरक्षा है, बिना सोचे समझें या जल्दबाजी में किया गया कार्य घातक हो सकता है। पुराने और गहरे कुएं में उतरने का जोखिम न उठाएं।सूखे और गहरे कुओं में धीरे धीरे कचरा जमा होता रहता है। नमी होने पर मार्स गैस ( मीथेन ) जैसी अन्य ज़हरीली गैस बन जाती है। ये गैस बहुत जहरीली और जानलेवा होती है।

*गहरे संकरे स्थानों पर जहरीली गैसें होती हैं, घुटन हो तो तुरंत लौट आएं*

गहरे स्थानों में मीथेन जैसी जहरीली गैस जमा होती है, जो सांस लेने पर सिस्टम को कुछ मिनटों में प्रभावित कर देती है। ऐसे में 5 से 15 मिनट में व्यक्ति की मौत हो जाती है। मजबूरीवश अगर ऐसे स्थानों पर जाना हो, तो ऑक्सीजन सिस्टम साथ लेकर जाएं। कुएं के अलावा ऐसी बंद जगहों पर जाने से बचें, जहां सालों से कोई नहीं गया हो। अगर घुटन हो, तो तरंत बाहर आएं।