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जशपुर शहर में देर रात अचानक नरबलि की अफवाह से पूरे शहर में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. शहर के दरबारी टोली में लोगों के साथ पुलिस देर रात तक हलाकान होते दिखे. हालांकि बाद में पुलिस ने 5 महिलाओं को बिलासपुर के मनोचिकित्सालय में भर्ती करा दिया है. जहां सभी का इलाज किया जा रहा है.

जशपुर 7 जुलाई (KRB24NEWS): शहर के दरबारी टोली में एक घर के सदस्यों के अचानक अजीबो-गरीब हरकत से आसपास के लोग देर रात तक परेशान होते रहे. घर से सदस्यों की हरकत देख आसपास के लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस को सूचना मिलने से पहले शहर में नरबलि, तंत्र पूजा जैसी कई अफवाहें फैल चुकी थी.

आग की तरह फैलती अफवाहों के बीच पुलिस ने केस में हस्ताक्षेप किया और मौके पर पहुंची. जहां एक परिवार के कुछ सदस्य जंजीर में जकड़े तांत्रिक पूजा के नाम पर अजीबो-गरीब हरकत कर रहे थे. पुलिस ने सभी को वहां से उठाकर जिला अस्पताल ले गई. जहां प्राथमिक इलाज के बाद सभी को बिलासपुर रेफर कर दिया गया.

पुलिस हिरासत में बैगा

पुलिस पूजा करा रहे बैगा को भी हिरासत में ले है. हिरासत में लिए गए बैगा से पुलिस पूछताछ कर रही है. इस पूरी कार्रवाई में पुलिस के साथ आसपास के लोग देर रात तक परेशान होते रहे. पुलिस के मुताबिक दरबारी टोली के प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना कार्यालय के सामने बने सरकारी क्वार्टर में शाम से पूजा-पाठ चल रहा था. शुरू में मोहल्लेवासियों ने इसपर ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब पूजा के दौरान जब घर के सदस्य अजीब हरकते करने लगे तो सबका ध्यान इस ओर गया. जशपुर के एसडीओपी राजेन्द्र सिंह परिहार ने बताया कि शहर के दरबारी टोली में विश्वकर्मा परिवार रहता है. परिवार में सिर्फ महिला सदस्य ही हैं. उन्होंने बताया कि परिवार की एक लड़की की शादी रायगढ़ में हुई है, वह अपने पति के साथ जशपुर दरबारी टोली आई हुई थी. जिसे लेकर विश्वकर्मा परिवार में कुछ घरेलु समस्या होने पर पूजा पाठ का कार्यक्रम रखा गया था. इस पूजापाठ में एक दो साल के बच्चे को भी बिठाया गया था.

बच्चे के पिता ने थाना में दी सूचना

पूजा में दो साल के बच्चे को बिठाने के कारण लोगों में डर समाने लगा. कुछ लोग नरबलि की आशंका जताने लगे. जिस बच्चे को पूजा में बिठाया गया था, उसके पिता ने पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंच बच्चे को उनके पास से छुड़ा लिया और उसके परिजनों के हवाले कर दिया.

मानसिक स्थिति ठीक नहीं

पुलिस के मुताबिक घर के सदस्यों की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. तांत्रिक पूजा से उठाने के बाद पुलिस ने घर के पांच सदस्यों को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. जिला अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ. ए खान ने जांच के बाद सभी को मनोरोग विशेषज्ञ से इलाज के लिए बिलासपुर के सेंदरी में स्थित मनोचिकित्सालय psychiatry के लिए रात रेफर कर दिया.

नरबलि जैसी कोई बात नहीं

पुलिस ने बताया कि मामले को लेकर नरबली सहित कई अफवाह फैली हुई थी. हालांकि शुरुआती जांच में नरबलि जैसी कोई बात सामने नहीं आई है. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मौके पर और जिला चिकित्सालय में भारी संख्या में तमाशबीनों की जुटी रही. जिसके कारण पुलिस को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

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