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कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस को लेकर छत्तीसगढ़ में अलर्ट जारी है. इस नए वेरिएंट को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने भी सतर्क रहने के निर्देश जारी कर दिए हैं.
रायपुर/ छ. ग. 27जून (KRB24NEWS) : इन दिनों कोरोना वायरस के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस को लेकर काफी चर्चा हो रही है. कई राज्यों में बहुत कम संख्या में ही इसके संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं, केन्द्र से लेकर राज्य सरकार ने भी इसे लेकर सतर्क रहने के निर्देश जारी किए हैं. ऐसे में कुछ सवाल उठना लाजमी है कि आखिर ये नया वेरिएंट कितना खतरनाक है? क्या इसकी वजह से तीसरी लहर आ सकती है? क्या वर्तमान में हो रहा वैक्सीनेशन इस पर कारगर है?
सवाल- क्या डेल्टा प्लस वेरिएंट से आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर ?
जवाब- देश में कोरोना की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ चुकी है, ज्यादातर राज्य और केन्द्र सरकार अब तीसरी लहर के लिए पहले से ही तैयारी में जुट गई हैं. इस बीच कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस की चर्चा शुरू हो गई है. ये समय डिसाइड करेगा कि डेल्टा प्लस तीसरी लहर ला सकता है या नहीं, लेकिन हमें सावधान रहने की जरूरत है. उनका कहना है कि फिलहाल देश में इसके बहुत कम मामले सामने आए हैं, स्टडी जारी है.
सवाल- क्या डेल्टा प्लस वैरिएंट पर मौजूदा वैक्सीन कारगर है ?
जवाब- कोरोना के खिलाफ सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही वैक्सीनेशन एक बड़े हथियार के रूप में सामने आया है. अभी तक जो फैक्ट आए हैं उससे साफ है कि वैक्सीन इस वेरिएंट पर असरदार है. पहला डोज ले चुके व्यक्ति को 40 फीसदी खतरा कम हो जाता है. जबकि दूसरा डोज ले चुके व्यक्ति को 75 फीसदी खतरा कम हो जाता है. जबकि पहले डोज ले चुके व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराने के 70 फीसदी चांस कम हो जाते हैं. वहीं दोनों डोज ले चुके व्यक्ति को 92 फीसदी मामलों में अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ती. ऐसे में साफ है कि वैक्सीन कोरोना वायरस पर अपना असर छोड़ रहे हैं.
सवाल- आखिर क्या है डेल्टा प्लस वेरिएंट ?
जवाब- कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वेरिएंट जिसे B.617.2 भी कहा जाता है. इसके चलते ही भारत में दूसरा वेव बना था. इस वेरिएंट में म्यूटेशन हुआ है, जिसे डेल्टा प्लस कहा जा रहा है. ये भारत के साथ ही यूके और अमेरिका में भी पाया गया है.
डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर हरकत में सरकार, मुख्यमंत्री बघेल ने दिए सतर्क रहने के निर्देश
डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार भी सतर्क हो गई है. खासतौर पर पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश में इसके मामले सामने आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रशासन को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. साथ ही सड़क मार्ग से आने जाने वालों पर भी नजर रखने के लिए कहा गया है.