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कोंडागांव (KRB24 News) : जन्मदिन के ही दिन मौत मिलेगी, ये किसी ने सोचा भी नहीं था. दोस्त अमोख ठाकुर का जन्मदिन मनाने के लिए उसके दोस्त संबलपुर पटेल पारा के चारगांव डैम के तट पर पहुंचे थे. अमोख को मिलाकर 13 से 15 साल तक के 8 छात्र वहां पहुंचे थे. इसी बीच वे नहाने के लिए पानी में उतरे. पानी में उतरने वालों में 3 छात्र वत्सल सेन, कामरान अंसारी और अमोख ठाकुर थे. नहीते-नहाते वे तीनों गहरे पानी में डूबने लगे. उन्हें डूबता देखकर बाकी के साथी गांववालों से मदद मांगने के लिए गए, लेकिन जब तक लोग आते, तब तक देर हो चुकू थी.

वहां मौजूद ग्रामीणों ने पुलिस को हादसे की सूचना दी. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य किया. गोताखोरों ने बताया कि जिस जगह पर तीनों डूबे थे, वहां 20 से 25 फीट पानी की गहराई थी. शाम ढलते- ढलते कड़ी मशक्कत के बाद स्थानीय ग्रामीणों की सहायता से दो छात्रों के शव को बरामद कर लिया गया था, लेकिन तीसरे छात्र के शव को देर रात तक भी नहीं ढूंढा जा सका था. रात हो जाने और पानी ज्यादा गहरा होने से देर रात रेस्क्यू को रोक दिया गया था. हालांकि अब तीसरे नाबालिग का शव भी निकाल लिया गया है.

नाबालिगों की मौत से शहर हुआ गमगीन

नदी में बह गए छात्रों की तलाश में गोताखोरों के साथ-साथ जगदलपुर से आई SDRF की टीम भी लगी थी. जन्मदिन के दिन ही अमोख ठाकुर की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं बाकी मृत बच्चों के घर में भी मातम का माहौल है.

ग्रामीणों ने गोताखोरों की कार्यशैली पर उठाए सवाल

ग्रामीण सानू बघेल और साथियों ने बताया कि कोंडागांव और जगदलपुर से रेस्क्यू करने के लिए जो गोताखोर बुलाए गए थे, वे निपुण और सक्षम नहीं थे, जिसे देखते हुए ग्रामीणों ने ही शव को ढूंढने में पुलिस की मदद की. ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि गोताखोर केवल खानापूर्ति कर रहे थे, जिससे नाराज होकर ग्रामीण युवाओं ने ही पानी में उतरकर तीनों लड़कों के शव को निकाला. फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर तीनों मृतकों के शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है.

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