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कोरबा 8 नवम्बर ( KRB24NEWS ) : सिकलिंग, पीलिया व किडनी के अलावा खून की कमी की बीमारी से जूझ रहे सीएसईबी निवासी 22 वर्षीय युवक ने 10 दिनों में कोरोना से जंग जीत ली। जिस वक्त मरीज को अस्पताल लाया गया वह बेहोशी की हालत में था । उसका ऑक्सीजन लेवल व हीमोग्लोबिन काफी कम था। ऐसी दशा में मरीज का कोरोना इलाज करना चिकित्सकों के लिए एक प्रकार की चुनौती थी। ऐसा ही एक मामला एनकेएच कोविड-19 अस्पताल होटल टॉप एन टॉउन में सामने आया है।
27 अक्टूबर को बेहोशी की हालत में सीएसईबी काॅलोनी निवासी 22 वर्षीय दीपक कुलदीप को न्यू कोरबा हास्पीटल लाया गया था। जहाँ मरीज का कोविड जांच कराया गया व रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे तत्काल NKH कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया। दीपक कुमार कुलदीप सामान्य मरीज नहीं था बल्कि सिकलिंग का मरीज था। उसका हीमोग्लोबिन 3.5 ग्राम ही रह गया था। इसके साथ ही किडनी और पीलिया जैसे बीमारी से भी जूझ रहा था। वेंटिलेटर पर उसका ऑक्सीजन लेबल मात्र 70 प्रतिशत ही रह गया था। ऐसे में डॉक्टरों के लिए दीपक का कोरोना संबंधी इलाज भी चुनौती से कम नहीं था लेकिन डॉक्टरों ने इस चुनौती को स्वीकार किया। अनेक बीमारियों की जकड़ में रहे दीपक को स्वस्थ करने डाॅक्टरों की टीम ने रात दिन एक कर दी। आखिर 10 दिन के इलाज का लाभ मिला और वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हो कर अपने परिवार के बीच पहुंच गया है। दीपक ने सेवाभावी चिकित्सकों व उनके मेडिकल स्टाफ के प्रति आभार व्यक्त किया है।
0 परिवार ने माना आभार
दीपक कुलदीप के बड़े भाई पप्पू राम कुलदीप ने बताया कि वे लोग जब दीपक को NKH अस्पताल लेकर आये थे तब वह बेहोशी की हालत में था। वह किडनी, पीलिया और सिकलिंग के साथ कोरोना संक्रमण से भी पीड़ित था। उस समय उसकी हालत अत्यंत गंभीर थी। डॉक्टरों के अथक प्रयास से भाई दीपक स्वस्थ हो गया है। पप्पू ने लोगों से अपील की है कि इस तरह के गंभीर मामलो में घबराना नहीं चाहिए बल्कि धैर्य के साथ चिकित्सकों पर भरोसा कर उनका भी मनोबल और मरीज का आत्मबल बढ़ाना चाहिए। चिकित्सकों को उन्होंने धन्यवाद दिया है।