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मरवाही 23 अक्टूबर ( KRB24NEWS ) : मरवाही उपचुनाव में नेताओं के बीच शराब एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है। सियासी दलों में शराब को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है।
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने आरोप लगाया कि नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक शराब के आदी हैं, तभी उनको पता है कि शराब में पानी मिली है या फिर ओवररेट है। उन्होंने कहा कि कौशिक शायद भूल गए हैं कि शराब दुकानों का सरकारीकरण उनके ही भाजपा सरकार के कार्यकाल में शुरू हुआ था।
मरकाम के इस आरोप पर कौशिक ने उन्हें सरकार बनने से पहले 2018 में कांग्रेस को गंगाजल की कसम की याद करने की नसीहत देते हुए कहा कि शराब में पानी मिलाने के प्रकरण सामने आए इसका और ओवररेट होने की बात खुद इस सरकार ने विधानसभा में प्रश्न के जवाब में कहा है और लगता है, कि कांग्रेसी अब केवल सत्ता के नशे में मदमस्त ही नहीं बल्कि दूसरी चीजों में भी मदमस्त हो गए हैं।
बात यहीं पर नहीं रूकी शराब को लेकर वरिष्ठ जेसीसीजे नेता और लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह ने तो प्रदेश कांग्रेस सरकार के लिए शराब को कामधेनु गाय तक होने की बात कह दी और कहा कि सरकार के लिए शराब कामधेनु गाय हो गई है। इसलिये अब ये शराब बंद नहीं करेंगे। मरवाही की सियासत सिर्फ मरवाही का किला फतह करने के लिए भी नहीं बल्कि इसके साथ ही प्रदेश स्तर पर एक दूसरे को शराब के मामले में नीचा दिखाने तक पहुंच गई है।