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कोरबा पाली 20 मार्च 2023(KRB24NEWS):

तुलसी साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ प्रांत का वार्षिकोत्सव एवं सम्मान समारोह संस्कार भवन बिलासपुर में 19 मार्च 2023 को तुलसी साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मोहन तिवारी आनंद के मुख्य अतिथि एवं डॉ विनय पाठक पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग तथा डॉ अशोक तिवारी ,श्रीधर गौरहा, डॉ अरुण कुमार यदु, श्री संजय शर्मा ,श्री राजेंद्र कुमार पांडे राधा कृष्ण पाठक जी के विशिष्ट अतिथि में संपन्न हुआ इस अवसर पर साहित्य एवं समाज के क्षेत्र में बहुत समय से कार्य कर रहे सम्मानित व्यक्तित्व वंदना दत्ता अंबिकापुर को समाज सेवा सम्मान , आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में शिक्षा के लिए शिक्षाविद डॉ. गजेंद्र तिवारी पाली कोरबा को बसंत शर्मा स्मृति शिक्षा सेवा सम्मान, डॉ मनीषा अवस्थी रायगढ़ को कीर्ति लता पांडे स्मृति साहित्य सेवा सम्मान, तथा उपन्यासकार समीक्षक डॉ अनीता सिंह को डॉ विमल कुमार पाठक स्मृति समग्र अवदान सम्मान से विभूषित किया गया lउक्त कार्यक्रम में छह लेखकों साहित्यकार की कृतियों का विमोचन किया गया जिसमें सुप्रसिद्ध लेखिका तुलसी देवी तिवारी का (धूप छांव) यात्रा संस्मरण ,डॉक्टर संगीता परमानंद का शोध ग्रंथ नारी भक्ति का अद्भुत संगम ,राकेश कुमार पांडे कृत प्रेम के पोखर (क्षणिकाएं), लेखिका एवं समाजसेवी डॉ मनोरमा अग्रवाल की पुस्तक 21वीं सदी का जहर- कोरोना का कहर अशोक साहू द्वारा लिखित ,कहानी, गीत संग्रह ,पर्यावरण एक संदेश ग्रंथ तथा कवि डॉक्टर बजरंगबली शर्मा कृत छत्तीसगढ़ की बेटी कौशल्या का विमोचन मंचासीन अतिथियों के द्वारा किया गया lशिक्षा लोगों की मौलिक जरूरत है।

समाज के सर्वांगीण उत्थान के लिए व्यापक रूप से शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराना यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है मैंने मानवीय संवेदनाओं के उच्चतम स्तर पर जाकर यह अनुभव किया कि जो समाज के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में जहां आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध ना हो बुनियादी शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराया जाए मैंने अपने आप को संकल्पित किया और वर्ष 2002 _03 में वैकल्पिक चिकित्सा महाविद्यालय प्रारंभ किया इसमें स्वास्थ्य सुविधा से वंचित लोगों को स्वास्थ्य मुहैया कराया गया साथ ही परिणाम बहुत सार्थक रहा इसी क्रम में 2011 में छत्तीसगढ़ पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल की स्थापना की मैंने पाया कि शिक्षा के प्रति लोगों में रुझान अपनी क्षमता से भी अधिक आवश्यक मान रहे हैं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शिक्षा ही एक प्रभावशाली माध्यम हो सकता है मैंने अपने प्रयास को आगे बढ़ाया और अपनी धर्मपत्नी ब्रह्मलीन कल्पना तिवारी के मार्गदर्शन के साथ उस लक्ष्य को पाने के लिए अग्रसर रहा फलस्वरूप उज्जवल परिणाम भी मेरे सामने आता गया lएक शिक्षक या सामाजिक दार्शनिक दृष्टिकोण अपनाकर लोगों के उत्थान में अपनी अहम जिम्मेदारी निभाने में मुझे बहुत प्रसन्नता की अनुभूति हुई जिसका मूल्यांकन प्रदेश की मुखिया डॉ रमन सिंह जी मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन रायपुर के कर कमलों द्वारा 25 जून 2018 को आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में शिक्षा के लोक व्यापीकरण में शिक्षा के लिए सम्मानित किया गया इसी क्रम में 7 अगस्त 2019 को माननीय भूपेश बघेल जी मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन रायपुर के कर कमलों द्वारा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में शिक्षा के माध्यम से मानव संसाधन के विकास में अनुकरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया इसी क्रम में राजस्व मंत्री माननीय जयसिंह अग्रवाल जी के कर कमलों द्वारा 13 दिसंबर 2020 को कोरोना संक्रमण कोविड-19 के दौर में आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में शिक्षा की सतत प्रक्रिया से छात्र-छात्राओं का जोड़कर अविरल रूप से शिक्षा प्रदान करने के लिए सम्मानित किया गया अभी वर्तमान में शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान के लिए बिलासा शिक्षा सेवा सम्मान बिलासा लोक कला मंच बिलासपुर द्वारा बिलासपुर विधायक माननीय शैलेश पांडे जी के कर कमलों द्वारा प्रदान किया गया आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में शिक्षा के अलख को जगाने हेतु अलग-अलग संस्थाओं द्वारा शासकीय अशासकीय सांसद विधायक द्वारा भी सम्मान किया गयावर्तमान में प्रतियोगिता के दौर में छात्रों को विशेष मार्गदर्शक के रुप में विगत 10 वर्षों से कैरियर काउंसलर की महती भूमिका मेरे द्वारा निभाया जा रहा है इस हेतु बिलासपुर में कल्पना कैरियर काउंसलिंग सेंटर की स्थापना किया गया 10 जुलाई 2022 को बिलासपुर जिले के समस्त प्रतिभावान छात्र छात्राओं को इस मंच में तथा समाज के ऐसे लोग जो समाज के लिए अच्छा कार्य कर रहे हैं राज्यस्तरीय कल्पना रत्न शिक्षा सम्मान से नवाजा गया इसमें अलग-अलग विधा के लोगों को चयनित कर कल्पना मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा यह सम्मान दिया गया. शिक्षा ही जिंदगी की असली उड़ान है यही देती इंसान को ऊंचा आसमान है